बिहार के वैशाली जिलान्तर्गत भगवानपुर में प्रजपिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर जोन द्वारा सात एकड़ में शांति शक्ति सरोवर रिट्रीट सेंटर का निर्माण किया जायेगा. 6 जून को रिट्रीट सेंटर के भव्य भूमि पूजन समारोह का आयोजन किया गया. समारोह का उद्घाटन संस्था की अंतरराष्ट्रीय मुख्य प्रशासिका 103 वर्षीय राजयोगिनी जानकी दादी ने दीप प्रज्जवलित कर किया. उन्होंने ईंट रखकर विधिवत शिलान्यास किया.
मौके पर गोवा की महामहिम राज्यपाल मृदुला सिन्हा एवं बिहार के सहकारिता मंत्री राणा रणधीर सिंह एवं समारोह की मुख्य संयोजिका बिहार झारखंड प्रभारी बीके रानी दीदी भी मौजूद थीं. अपने संबोधन में राजयोगिनी जानकी दादी ने कहा कि आज दुनिया शांति के लिए भटक रही है और शांति आत्मा का स्वधर्म है. जहां पवित्रता है वहां सबकुछ है. पवित्रता अपने आप में एक शक्ति है. जहां शक्ति है वहां समृद्धि है. उन्होंने कहा कि यहां बनने वाला सरोवर शांति और शाक्ति पाने का स्थल होगा.
प्रचंड गर्मी में दादी जी के दर्शनार्थ एवं प्रवचन सुनने के लिए बिहार, झारखंड, बंगाल और नेपाल से पहुंचे हजारों लोगों को दादी जी ने अपने योग के प्रतिकंपन से निहाल कर दिया. महामहिम राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने संस्था के कार्य की भूरी-भूरी प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि बिहार की बेटी होने के कारण बिहार हमेशा मेरी प्राथमिकता में रहता है. ब्रह्मकुमारीज 83 वर्ष से मानव जीवन में गुण भरने का कार्य कर रही है. महामहिम ने मिथिला संस्कृति पर आधारित अति सुंदर लोक गीत गाकर जमकर तालियां बटोरी. कार्यक्रम प्रभारी बीके रानी दीदी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया.
उन्होंने जानकी दादी को सोने का मुकुट पहनाया तथा अन्य उपहार दिये. महामहिम का स्वागत शॉल तथा उपहार देकर किया गया. तीन दिवसीय बिहार दौरा पर आई दादी जानकी का मुजफ्फरपुर सेंटर पर भव्य स्वागत किया गया. बिहार सरकार से विशेष अतिथि का दर्जा प्राप्त दादी जी विशेष सुरक्षा घेरे में थी. वैशाली के डीएम, एसपी स्वयं सुरक्षा का कमान थामे थे. प्रथम दिन मुजफ्फरपुर सेंटर पर विशेष लोेगों को दादी जी ने संबोधित किया. दूसरे दिन के कार्यक्रम में सात बहनों का समर्पण दादी जी के समक्ष हुआ. कार्यक्रम का संचालन बीके कंचन, बीके शशि एवं बीके कृष्णा भाई ने किया. माउंटआबू से काफी संख्या मे भाई पहुंचे थे.