भोपाल। आम तौर पर किसी इंसान की मकबुलियत उसके दुनिया में रहने तक ही सीमित रहती है। उसकी जिंदगी की डोर के साथ ही लोग अक्सर उसको भूले बिसरे में शुमार कर देते हैं। लेकिन दुनिया में अपने फन ओ अंदाज के लिए मशहूर हुए शायर डॉ राहत इंदौरी के साथ किस्सा कुछ अलग दिखाई दे रहा है। उनके चाहने वालों ने राहत की पहली बरसी पर एक आवाज में ऐलान कर दिया कि राहतें सदा बरकरार रहने वाली हैं।

11 अगस्त को पहली बरसी पर राहत इंदौरी पूरी दुनिया में याद किए गए। इस दौरान उनके पैतृक शहर इंदौर से लेकर शिखर के शुरुआत वाले नगर भोपाल तक में उनकी याद में प्रोग्राम किए गए। इंदौर में उनके लिए हर साल आयोजन करने का ऐलान हुआ तो भोपाल में राहत की जिंदगी के अनछुए पहलुओं को समेटे हुए एक पुस्तक का विमोचन किया गया।

भोपाल में सबील ए राहत
विधायक आरिफ अकील और राहत इंदौरी की दोस्ती के किस्से दोनों के मशहूर और मकबूल होने से पहले के हैं। अकील ने राहत की पहली बरसी पर एक अलग अंदाज में खिराज ए अकीदत पेश की। उन्होंने शहर के मुख्य बाजार पीर गेट पर राहत इंदौरी के नाम पर एक पानी की सबील का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि राहगीरों के गले तर करने के लिए किया गया ये प्रयास राहत को हमेशा दुआएं पहुंचाता रहेगा।

होगा दो दिन का आयोजन
राहत फाउंडेशन द्वारा हर साल राहत इंदौरी की सालगिरह पहली जनवरी पर एक फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा। इस फेस्टिवल में मुशायरा, कवि सम्मेलन, दस्तानगोई, स्टैंड अप एक्ट, बैतबाजी, पेंटिंग प्रदर्शनी, युवा मुशायरा, सूफी कंसर्ट, म्यूजिक कंसर्ट सहित कई आयोजन किए जायेंगे। राहत फाउंडेशन के फैसल राहत ने बताया कि हर साल एक और दो जनवरी को होने वाले इस आयोजन में दुनियाभर में फैले अदब के खिदमतगारों को निशान ए राहत और नए लिखने वालों को राहत ए अदब अवार्ड से नवाजा जाएगा।

भोपाल याद करेगा 11 अगस्त को
राजधानी भोपाल में आशिकान ए राहत इंदौरी ने हर साल 11 अगस्त को राहत की याद में आयोजन करने का ऐलान किया है। संस्था के डॉ मेहताब आलम और खान आशु ने बताया कि इस मौके पर राहत साहब की याद में विभिन्न अवार्ड दिए जाएंगे।

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