नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को भगवान कृष्ण और अर्जुन की जोड़ी बताकर उनकी प्रशंसा करने वाले अभिनेता रजनीकांत ने बुधवार को अपने रूख का बचाव किया. उन्होंने कहा कि दोनों ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म करने के लिए जो कुशल रास्ता अपनाया, उसके लिए उनकी तारीफ की थी. उन्होंने कहा कि जिस तरह कश्मीर मुद्दे से वे निपटे, उन्होंने कूटनीतिक तरीके से इसे अंजाम दिया.
अभिनेता ने कहा कि कृष्ण और अर्जुन से जोड़कर कहने का आशय यह था कि एक ने योजना बनायी और दूसरे ने उसे अंजाम दिया.गौरतलब है कि रजनीकांत ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 (Article 370) को हटाने के लिए गृह मंत्री अमित शाह की रविवार को जमकर प्रशंसा की थी.
मशहूर फिल्म स्टार ने इसके अलावा नरेंद्र मोदी-अमित शाह की जोड़ी को ‘कृष्ण और अर्जुन’ जैसा बताया था. रजनीकांत ने उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू पर एक किताब के विमोचन के मौके पर कहा था कि मिशन कश्मीर के लिए अमित शाह को मेरी ओर से हार्दिक बधाई. उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह भगवान कृष्ण और अर्जुन की तरह हैं. रजनीकांत ने कहा कि हालांकि हमें मालूम नहीं है कि कृष्ण कौन हैं और अर्जुन कौन हैं. उन्होंने कहा कि वह अपना राजनीतिक दल बनाएंगे और तमिलनाडु में 2021 का विधानसभा चुनाव लड़ेंगे.
इसी कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर को मिल रहे विशेष दर्जे को हटाने से क्षेत्र में आतंकवाद का खात्मा होगा और वह विकास के मार्ग पर अग्रसर होगा. अमित शाह ने कहा कि उनका दृढ़ता से यह मानना था कि जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाया जाना चाहिए, क्योंकि इससे देश को कोई फायदा नहीं था.
अमित शाह ने कहा, ‘मेरे मन में जरा भी कन्फ्यूजन नहीं था कि अनुच्छेद 370 हटानी चाहिए या नहीं. मैं मानता हूं कि अनुच्छेद 370 से देश का भला नहीं हुआ, कश्मीर का भला नहीं हुआ. अनुच्छेद 370 बहुत पहले ही हट जानी चाहिए थी. अनुच्छेद 370 को हटाने से कश्मीर में आतंकवाद खत्म होगा. बता दें कि मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के साथ-साथ उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में भी बांट दिया है. अब जम्मू कश्मीर और लद्दाख दो केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाएंगे.