दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में कांग्रेस ने सोमवार को संविधान बचाओ अभियान की शुरुआत की, जो अगले साल भीमराव अंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल तक जारी रहेगा. इसके जरिए कांग्रेस दलित वोटों में पैठ बनाना चाहती है और यह उद्देश्य इस अभियान की शुरुआत में दिखा भी. इस सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी पूरी तरह सरकार और भाजपा पर हमलावर रहे. उन्होंने कहा कि सरकार सभी संवैधानिक संस्थानों को ध्वस्त कर रही है. सभी जगह आरएसएस के लोग बैठाए जा रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट को कुचला जा रहा है और संसद को बंद रखा जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि आमतौर पर विपक्ष संसद को रोकता है, लेकिन यहां सरकार ने संसद को रोका हुआ है.
मन की बात को लेकर भी राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री सिर्फ अपने मन की बात सुनते हैं. वे किसी को बोलने देना नहीं चाहते. लेकिन 2019 के चुनाव में देश की जनता मोदीजी को अपने मन की बात बताएगी. राहुल गांधी ने यह भी कहा कि पहले दुनिया में हमारी इमेज थी. पूरी दुनिया कहती थी कि हिंदुस्तान में अलग-अलग धर्म, जाति विचारधाराएं हैं. सब मिलकर रहते हैं, लेकिन अब उलट हो गया है. हमारी इमेज खत्म हो गई है. मोदी ने इसे खराब कर दिया है. आज बात होती है महिलाओं से बलात्कार, मायनॉरिटी पर अत्याचार और दलितों के हत्या की.
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि वे इस संविधान बचाओ अभियान को आगे लेकर जाएंगे और इसके हर मंच पर दिखेंगे. कांग्रेस संगठन की तरफ से कार्यकर्ताओं को भी कहा गया है कि वे अपने-अपने इलाके में यह अभियान चलाएं. इसके जरिए कांग्रेस कार्यकर्ता लोगों को समझाएंगे कि कांग्रेस किस तरह अन्य पार्टियों की तुलना में दलितों और निचले तबके के हितों की लड़ाई ज्यादा मजबूती से लड़ रही है. गौरतलब है कि पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने एससी/एसटी एक्ट के तहत आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी. उसके बाद पूरे देश में उसे लेकर हिंसक प्रदर्शन हुआ था. कांग्रेस अब उस मुद्दे को भुनाना चाहती है.