राहुल गांधी ने कहा कि आज एक-दूसरे से लड़ाकर देश को बांटने की कोशिश हो रही है. कांग्रेस का हाथ लोगों को जोड़ने की कोशिश करेगा. देश के युवा और किसान थक चुके हैं, मोदी सरकार में उन्हें रास्ता नहीं मिल रहा है. राहुल गांधी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार कांग्रेस के महाधिवेशन में बोल रहे थे. यह कांग्रेस कमिटी का 84वां अधिवेशन है. अधिवेशन में सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह और पार्टी के कई बड़े नेता भी मौजूद हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस का ये अधिवेशन बदलाव के लिए हो रहा है. युवा ही पार्टी को आगे ले जा सकते हैं. लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि कांग्रेस पुराने नेताओं को भूल जाए. मेरा काम वरिष्ठ नेताओं और युवाओं को जोड़ना है. हम सभी को एक साथ मिलकर काम करना होगा, तभी पार्टी आगे बढ़ेगी.
अधिवेशन में कांग्रेस के सभी मुख्यमंत्री मौजूद थे. इस दौरान कर्नाटक, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान चुनाव पर भी चर्चा होगी और आगे की रणनीति तय की जाएगी. हाल में सोनिया गांधी ने यूपीए नेताओं के साथ मीटिंग की थी. कांग्रेस 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले एक संयुक्त मोर्चा बनाना चाहती है, जो भाजपा को सशक्त चुनौती देने में सक्षम हो.