नई दिल्ली (ब्यूरो, चौथी दुनिया)। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद बहुत सारे रिश्तों में दरार आ गई। अब उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव की तैयारियां चल रही हैं। कांग्रेस ने किसी भी सुगबुगाहट से पहले समाजवादी पार्टी से हाथ अलग कर लिया है। शनिवार को दिल्ली में उत्तर प्रदेश के कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई। जिसमे तय हुआ कि उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव में कांग्रेस बिना किसी गठबंधंन के चुनाव लड़ेगी।
बैठक में कांग्रेस के भविष्य को लेकर चर्चा हुई। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के नेताओं ने माना कि अब अगर वजूद बचाना है तो पार्टी को प्रदेश में अपनी जमीन खुद से तैयार करनी होगी। और हर नतीजे की जिम्मेदारी खुद लेनी होगी। ऐसे में सभी नेताओं ने स्वीकार किया कि प्रदेश में कार्यकर्ताओं को अपनी जमीन फिर से तैयार करनी होगी।
जानकारी तो मिल रही है कि पार्टी के कार्यकर्ताओं ने निकाय चुनाव की रणनीति भी तैयार कर ली है। पार्टी के सूत्रों के अनुसार नेताओं से कहा गया है कि तत्काल प्रभाव से कर्मठ कार्यकर्ताओं को जोड़ने की कवायद शुरु कर दी जाए। पार्टी के नेता जिला स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें करें। इन मिटिंग्स में उन विधानसभा उम्मीदवारों को बुलाया जाएगा जिन्हें 1 लाख से ज्यादा वोट मिले थे। पार्टी के स्थानीय नेताओं से कहा गया है कि वो प्रतिबद्ध कार्यकर्ताओं को एकजुट करें। उत्तर प्रदेश में इस साल स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं।