नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में विरोध प्रदर्शन किये जा रहे हैं. जगह- जगह श्रधांजलि सभाओं का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. तो वहीं दूसरी तरफ देश के अलग अलग हिस्सों में रहने वाले कश्मीरी लोगों को धमकियाँ दिए जाने और जबरन मकान खाली करवाए जाने का मामला सामने आया है. ऐसे में CRPFएक बार फिर इन लोगों के मददगार साबित हुई है. दरअसल सीआरपीएफ ने एक ट्वीट करके इन लोगों से उत्पीडन से जुड़े मामलों को रिपोर्ट करने के लिए कहा है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक सीआरपीएफ ने ‘मददगार’ हेल्पलाइन के जरीए एक ट्वीट करते हुए कहा कि राज्य के बाहर रहने वाले कश्मीरी छात्र और आम लोग @सीआरपीएफ मददगार पर संपर्क कर सकते हैं. सीआरपीएफ के मुताबिक ने टोल फ्री नंबर 14411 पर कॉल करने के साथ ही लोग 7082814411 पर एसएमएस करके मदद मांग सकते हैं.
#Kashmiri students and general public, presently out of #kashmir can contact @CRPFmadadgaar on 24×7 toll free number 14411 or SMS us at 7082814411 for speedy assistance in case they face any difficulties/harrasment. @crpfindia @HMOIndia @JKZONECRPF @jammusector @crpf_srinagar pic.twitter.com/L2Snvk6uC4
— CRPF Madadgaar (@CRPFmadadgaar) February 16, 2019
बताया जा रहा है कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद देहरादून और अंबाला सहित कई इलाकों में रहने वाले कश्मीरियों को उनके मकान मालिकों ने घर खाली करने के लिए कह दिया है. वही विरोध प्रदर्शन के दौरान बिहार में कश्मीरी लोगों को भी निशाना बनाये जाने की बात सामने आई थी. दरअसल उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पढ़ रहे कुछ कश्मीरी युवकों ने शिकायत की थी कि उन्हें परेशान किया जा रहा है और बदले हुए हालतों में मकान मालिक अपने घरों पर हमला होने की आशंका के चलते उन्हें घर खाली करने को कह रहे हैं. हालांकि देहरादून पुलिस ने देहरादून में पढ़ाई कर रहे कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा का भरोसा दिलाया है.
वहीं दूसरी तरफ अंबाला की एक ग्राम पंचायत ने पुलवामा हमले के विरोध में गांव वालों से किराए पर रह रहे कश्मीरी छात्रों से 24 घंटे के अंदर घर खाली करवाने का फरमान जारी किया है. जिससे जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसके बाद 5-6 छात्रों को एमएम मौलाना विश्वविद्यालय में शिफ्ट करने की बात भी सामने आई है.
पुलवामा में 4 दिन पहले हुए एक आतंकी हमले में अपने 40 साथियों को खोने के बाद सीआरपीएफ अपने कर्तव्य और लक्ष्य पर डटी हुई है और इसका शानदार नजीर तब देखने को मिला जब जम्मू-कश्मीर से बाहर रह रहे कश्मीरियों को कथित तौर पर दी जा रही धमकियों की खबरों के मद्देनजर श्रीनगर स्थित सीआरपीएफ हेल्पलाइन ने ट्विट के जरिए उनसे कहा कि वे किसी भी तरह के उत्पीड़न के मामले उनसे संपर्क करें. ऐसी खबर है कि आतंकी हमले के बाद लोगों में रोष है, देहरादून और अंबाला समेत कई जगहों पर रह रहे कश्मीरियों को उनके मकान मालिकों ने घर छोड़ने के लिए कह दिया है.