नई दिल्ली (ब्यूरो, चौथी दुनिया)। राज्य चुनावों के सिलसिले के बाद अब निगाहें राष्ट्रपति चुनाव पर लगी हुई हैं। बीजेपी की बढ़ती ताकत को थामने के लिए सभी बीजेपी विरोधी दलों ने एक साथ आने का तय किया। जिसकी वजह से ये चुनाव भी रोमांचक हो चला है। जैसे जैसे चुनाव नजदीक आता जा रहा है सियासी चहलकदमी तेज होती जा रही है।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष पूरी तरीके से मोर्चाबंदी कर चुका है। अंदर ही अंदर ही तय किया जा चुका है कि किसे राष्ट्रपति उम्मीदवार का नाम भी तय किया जा चुका है। लेकिन अंतिम मुहर लगनी बाकी है इसलिए नाम को अभी छुपाया जा रहा है। लेकिन अंदर खाने से खबर है कि विपक्षी दलों ने तय कर लिया है कि किसी भी हाल में बीजेपी के उम्मीदवार तो राष्ट्रपति भवन तक पहुंचने नहीं दिया जाएगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मौजूदा राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का कार्यकाल 14 जुलाई को समाप्त हो रहा है। नीतीश कुमार ने प्रणव मुखर्जी के दूसरे कार्यकाल के लिए नाम आगे बढ़ाया है। फिलहाल विपक्ष ने पत्ते नहीं खोले हैं लेकिन कहा जा रहा है कि विपक्ष भी मुखर्जी के नाम पर ही सहमत है। बीजेपी ने भी अपने उम्मीदवार का नाम का ऐलान नहीं किया है लेकिन प्राप्त जानकारी के मुताबिक वो प्रणव मुखर्जी के फेवर में नहीं हैं।