दिल्ली की सीमा के नज़दीक गाज़ीपुर बॉर्डर पर किसानों के धरना स्थल पर लगे बैरिकेडिंग को पुलिस द्वारा हटा लिया गया है। बैरिकेड हटने के बाद अब लोगों के लिए गाजिबाद से दिल्ली आने वाला रास्ता खुल जाएगा।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “सरकार की तरफ़ से आदेश है इसलिए हम बैरिकेडिंग हटाकर रास्ता खोल रहे हैं।”
दिल्ली गाज़ीपुर बॉर्डर से डीसीपी ईस्ट प्रियंका कश्यप ने कहा कि बैरिकेडिंग को हटा रहे हैं। एक घंटे के अंदर हम इसे हटा देंगे। हमें आदेश आए हैं इसलिए हम बैरिकेडिंग को हटा रहे हैं। अभी हम हाईवे पर लगे बैरिकेडिंग को हटा रहे हैं।
गाजीपुर में बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि पीएम ने कहा था कि किसान कहीं भी फसल बेच सकते हैं। अगर सड़कें खुली रहीं तो हम अपनी फसल बेचने के लिए संसद भी जाएंगे। पहले हमारे ट्रैक्टर दिल्ली जाएंगे। हमने रास्ता नहीं रोका है। सड़क जाम करना हमारे विरोध का हिस्सा नहीं है।
इस बीच दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर किसान आंदोलन के चलते करीब 11 महीने से बंद दिल्ली से मेरठ वाली लाइन और एनएच-9 की लेन को दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद खोल दिया है। सुबह करीब 9.30 बजे दिल्ली पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उसके बाद क्रेन की मदद से सीमेंटेड बैरियर और पत्थरों को हटाने का काम शुरू किया गया। दिल्ली-मेरठ वाली लेन से पुलिसकर्मियों के लिए बनाई गई टीन शेड को भी हटाया जा रहा है। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
इससे पहले गुरुवार देर शाम को टीकरी बॉर्डर पर भी एक हिस्से से बैरिकेडिंग हटा दी गई थी। टिकरी बॉर्डर पर पुलिस और किसान नेताओं का बैठकों का दौर जारी है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार तक अगर किसान सहमत हो जाते हैं तो टिकरी बॉर्डर को खोल दिया जाएगा। दूसरी तरफ सिंघु बॉर्डर पर बैरिकेड को हटाने का लेकर कोई हलचल नहीं दिखाई दी। बाहरी जिला डीसीपी परमिंदर का कहना था कि दिल्ली पुलिस बैरिकेड नहीं हटाया, हालाकि अन्य सामान को हटाया जा रहा है।
बाहरी जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने रोहतक रोड पर कई स्तर पर बैरिकेड लगाए हुए थे। इन बैरीकेड को हटाना शुरू कर दिया है। कई जगह से बैरिकेड हटा लिए गए हैं। सिर्फ आखिरी वाले बैरिकेड्स लगे हुए हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसान नेताओं से प्रदर्शन स्थल से रास्ता देने की बात की जा रही है। अगर वह रास्ता देने को तैयार हो जाते हैं तो शुक्रवार शाम तक रोहतक रोड को खोल दिया जाएगा।
पिछले साल 27 नवंबर को किसान आंदोलन शुरू होने के बाद एक दिसंबर से किसानों ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर मंच लगाकर आंदोलन तेज किया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने लोहे की बैरिकेडिंग लगाकर रास्ता बंद कर दिया था। 26 जनवरी को लाल किले की घटना होने के बाद दिल्ली पुलिस की तरफ से 30 जनवरी को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे, यूपी गेट से गाजीपुर सर्विस लेन होते हुए दिल्ली जाने वाली लाइन पर सीमेंटेड बैरियर लगाकर रास्ते को पूर्ण रूप से रोक दिया था।
टिकैत बोले, सड़क खुलने के बाद हम पार्लियामेंट में बेचेंगे अपनी फसल
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर से बैरिकेडिंग हटाए जाने पर शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि किसान अपनी फसल कहीं पर भी बेच सकता है। रास्ते खुलेंगे तो हम भी अपनी फसल बेचने पार्लियामेंट में जाएंगे। पहले हमारे ट्रैक्टर दिल्ली जाएंगे। हमने रास्ते नहीं रोक रखे हैं। हम आगे की योजना बनाकर बताएंगे।