गुरुवार को छत्तीसगढ़ पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भिलाई इस्पात संयंत्र में 18 हजार करोड़ की लागत से बनी नई यूनिट देश को समर्पित की. प्रधानमंत्री ने 155 करोड़ की लागत से बने रायपुर के यूनिफाइड कमांड कंट्रोल रूम को लोकार्पित किया, जो देश का पहला कमांड सेंटर है और इससे पूरे शहर की निगरानी होगी. रायपुर से जगदलपुर के बीच हवाई सेवा का भी शुभारंभ प्रधानमंत्री ने किया. उन्होंने भिलाई में हुई जनसभा को संबोधित भी किया. प्रधानममंत्री ने कहा कि पहले बस्तर का नाम गोला-बारूद और बंदूक से जोड़ा जाता था, लेकिन अब इसका नाम जगदलपुर की हवाई सेवा से जोड़ा जाएगा.
भिलाई स्टील प्लांट के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि करगिल से कटक और कच्छ से कन्याकुमारी तक जो भी रेल पटरियां बिछी हैं, वो सब आपके पसीने से बनी हैं. भिलाई का ये स्टील प्लांट न्यू इंडिया को भी मजबूत करने का काम करेगा. आईआईटी के बारे में उन्होंने कहा कि यहां आईआईटी की कमी महसूस होती थी, लेकिन अब लगभग 1100 करोड़ की लागत से बनने वाला कैंपस यहां प्रौद्योगिकी शिक्षा का तीर्थ बनेगा. रायपुर से जगदलपुर की फ्लाइट सेवा शुरू होने को लेकर उन्होंने कहा कि हवाई चप्पल पहनने वाला हवाई जहाज में चल सके, इस सोच के साथ यह उड़ान योजना शुरू की गई है. अब दोनों शहरों की दूरी 7 घंटे से कम होकर 40 मिनट की रह गई है.
छत्तीसगढ़ में केंद्र की योजनाओं के जरिए हो रहे विकास पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां विकास कार्यों की नई गाथा लिखी गई है. पहले यहां करीब 7 लाख घर ऐसे थे, जहां बिजली नहीं थी. इनमें से करीब 3.5 लाख घरों को बिजली से रोशन किया गया है. पिछले चार साल में ग्रामीण इलाकों में 1 करोड़ 15 लाख से ज्यादा घरों का निर्माण किया गया. सरकार की योजनाएं गरीबों, आदिवासियों, वंचितों और शोषितों का वर्तमान व भविष्य बनाने का संकल्प हैं. उन्होंने कहा कि भिलाई में लोगों ने जैसा मेरा सम्मान किया, उसके लिए मैं आभार प्रकट करता हूं.