पूर्व प्रधानमंत्री और जाने माने अर्थशास्त्रीमनमोहन सिंह ने मौजूदा अर्थव्यवस्था को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि अर्थव्यवस्था खराब से बेहद खराब होती जा रही है और सबसे चौकाने वाली बात ये है कि इसकी भयावहता का सरकार को एहसास तक नहीं है.
पूर्व पीएम ने कहा कि हम आर्थिक मंदी के दौर में हैं. विकास दर घटकर 5 फीसदी रह गई है. यह हमें 2008 की याद दिलाता है जब हमारी सरकार में अर्थव्यवस्था एक दम से नीचे आ गई थी. उन्होंने कहा, उस समय की गिरावट अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संकट के कारण हुई थी. उस समय हमारे सामने चुनौतीपूर्ण स्थिति थी. हमारे लिए चुनौती थी कि लेकिन हमने इस चुनौती को एक अवसर के रूप में लिया और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की तरफ कदम बढ़ाए.
आज के समय में भी हम कुछ वैसी ही स्थिति का सामना कर रहे हैं, फिर चाहे वो रियल स्टेट की बात हो या फिर कृषि के क्षेत्र की. प्रत्येक क्षेत्र में दिख रही गिरावट के कारण अर्थव्यवस्था लगातार नीचे जा रही है. उन्होंने कहा कि अगर इस परिस्थिति से नहीं निकला गया तो रोजगार के क्षेत्र में सबसे बुरी स्थिति पैदा होगी. अगर लगातार लोग बेरोजगार होते जाएंगे तो अर्थव्यवस्था के लिए परेशानी और बढ जाएगी.
आर्थिक मंदी पर मोदी सरकार के मंत्री और खुद वित्त मंत्री बेपरवाह नज़र आ आ रहे हैं और ये बात यकीनन देश की बिगड़ती अर्थ व्यवस्था के लिए काफी खतरनाक है जो ना सिर्फ निकट भविष्य के लिए बल्कि दूरगामी भविष्य के लिए भी खतरे की घंटी साबित हो सकता है.