राजस्थान के पोखरण में आज मल्टी बैरल रॉकेट प्रणाली ‘पिनाका’ का सफल परीक्षण किया गया. इस परिक्षण के दौरान पिनाका ने 90 किमी दूर स्थित अपने लक्ष्यों पर को सफलता पूर्वक हासिल किया. भारतीय सेना के लिए पिनाक की सफलता काफी अहम मानी जा रही है.

पिनाका एमएलआर संयुक्त रूप से विकसित मल्टी-बैरल रॉकेट लांचर है. यह एक साथ  12 रॉकेट दाग सकता है. युद्ध के हालातों में ये काफी उपयोगी साबित होगा है. इसमें एडवांस नेविगेशनऔर नियंत्रण प्रणाली भी लगाई गई है.

रक्षा मंत्रालय का कहना है कि ”डीआरडीओ द्वारा स्वदेश विकसित पिनाक, सटीक निशाना साधने के लिये शस्त्र भंडार की क्षमता को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाएगा.” वहीं परीक्षण के बारे में यह कहा गया कि हथियार प्रणाली ने तय लक्ष्यों पर काफी सटीक निशाना लगाया और वांछित सटीकता हासिल की. रक्षा मंत्रालमंत्रालय ने कहा,”टेलीमेट्री सिस्टम ने उड़ान पथ के दौरान वाहन पर नजर रखी और उसकी निगरानी की.मिशन के सभी उद्देश्य पूरे हुए हैं.

गौरतलब है कि बीते कुछ सालों में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठऩ द्वारा निर्मित पिनाक की मारक क्षमता में लगातार वृद्धि हो रही है. इसकी मारक क्षमता  90 किलोमीटर कर दी गई है. जो कि  शुरुआत में महज 40 किलोमीटर थी. यह रॉकेट प्रणाली जवाबी हमला करने में पूरी तरह सक्षम है. इसके मिलने से भारतीय सेनाओं की मारक क्षमता में इजाफा होगा.

Adv from Sponsors