नई दिल्ली : बिहार की राजनीति में कुछ दिनों से खलबली मची हुई है. इसी खलबली के बीच लालू प्रसाद यादव के परिवार पर भी संकट मंडरा रहा है. लालू परिवार की बेनामी संपत्ति पर सीबीआई छापेमारी और एफआइआर में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का नाम आने के बाद विपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी लगातार सत्तापक्ष पर हमला कर रहे हैं.
सुशील कुमार मोदी, तेजस्वी से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं और इस्तीफा नहीं देने के फैसले के बाद नीतीश कुमार से तेजस्वी यादव को बरखास्त करने की मांग कर रहे हैं. इस बीच बैठकों का सिलसिला जारी है. राजद विधायक दल की बैठक सोमवार को हो चुकी है और अब सियासी निगाहें आज होने वाली जदयू की बैठक पर टिकी हुई है. विपक्ष सहित राजनीतिक जानकार भी टकटकी लगाकर जदयू के बैठक के बाद होने वाले फैसले के इंतजार में हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर आज एक अहम बैठक होने वाली है जिसमें कार्यकारिणी के सभी सदस्य मौजूद रहेंगे. जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में जदयू के संगठन विस्तार से लेकर उपराष्ट्रपति के चुनाव तक की चर्चा हो सकती है. बताया जा रहा है कि सोमवार को देर तक मुख्यमंत्री ने पार्टी के कोर ग्रुप के सदस्यों के साथ बैठक की. 11 बजे शुरू होने वाली जदयू की बैठक में विधानमंडल के सदस्य, मंत्री, प्रवक्ता और कई प्रकोष्ठों के अध्यक्ष मौजूद रहेंगे.
सोमवार को जदयू के कई वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की, हालांकि उन्होंने मुलाकात के बाद मीडिया से कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. जानकार बताते हैं कि मुख्यमंत्री के पूर्व के फैसले ही जदयू के लिए गले की फांस बन गये हैं.