भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान बुलाने को लेकर तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने वहां के विदेश कार्यालय से पूछा है. पाकिस्तान के संसदीय चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के एक शीर्ष नेता ने बताया, ‘पार्टी ने विदेश कार्यालय से पूछा है कि क्या भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों को इमरान खान के शपथ-ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया जा सकता है.’
इमरान (65) की अगुवाई वाली पीटीआई 25 जुलाई को पाकिस्तानी संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली के लिए हुए चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है और वह अपनी सहयोगी पार्टियों और निर्दलीय सांसदों के समर्थन से सरकार बना सकती है.
पीटीआई के प्रवक्ता फवाद चौधरी ने कहा कि पार्टी बॉलीवुड स्टार आमिर खान और क्रिकेटर कपिल देव एवं सुनील गावस्कर को शपथ-ग्रहण समारोह के लिए पहले ही आमंत्रित कर चुकी है. पीटीआई के प्रवक्ता फवाद चौधरी के हवाले से द डान की खबरों में कहा गया है कि पार्टी ने विदेश कार्यालय से पूछा है कि बेहद कम समय को देखते हुए क्या मोदी सहित कई अन्य विदेशी गणमान्य हस्तियों को शपथ-ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया जा सकता है. चौधरी ने कहा कि पार्टी विदेश कार्यालय के जवाब का इंतजार कर रही है.
साथ ही द डान ने कहा, ‘विदेश कार्यालय की शुरुआती दलीलों से लगा कि विदेश कार्यालय मानता है कि यदि भारतीय प्रधानमंत्री ने न्योता स्वीकार नहीं किया तो पाकिस्तान को बड़ी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ेगा.’
मोदी ने सोमवार को इमरान को फोन करके आम चुनावों में उनकी पार्टी की जीत की बधाई दी थी और उम्मीद जताई थी कि पाकिस्तान और भारत द्विपक्षीय संबंधों में एक नया अध्याय शुरू करने के लिए काम करेंगे. इमरान ने शुभकामनाएं देने के लिए मोदी का शुक्रिया अदा किया और इस बात पर जोर दिया कि बातचीत के जरिए विवाद सुलझाए जाने चाहिए.
मई 2014 में जब नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी, तो उस वक्त उन्होंने तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को आमंत्रित किया था और शरीफ नई दिल्ली आए भी थे.