पेगासस जासूसी कांड, महंगाई और कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। संसद से लेकर सड़क तक विपक्ष सरकार को घेरने में जुटा है। बुधवार को राहुल गांधी की अगुवाई में 14 दलों के सांसदों ने संंसद भवन से विजय चौक तक पैदल मार्च निकाला। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि संसद में सरकार उनकी आवाज दबा रही है।
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी ने लोगों के फोन में जासूसी का हथियार डाला। जज, पत्रकारों की जासूसी करवाई गई है। आखिर लोकतंत्र में जासूसी क्यों करवाई जा रही है, जासूसी का इस्तेमाल देश के खिलाफ है। हिंदुस्तान के लोकतंत्र पर यह हमला है। विपक्ष इस मुद्दे पर सदन में चर्चा कराने की मांग कर रहा है, लेकिन सरकार चर्चा को लेकर तैयार नहीं है। राहुल गांधी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि क्या सरकार ने पेगासस सॉफ्टवेयर को खरीदा था या नहीं, इसपर वह सफाई क्यों नहीं देते।
दरअसल,पेगासस जासूसी प्रकरण की जांच कराए जाने की मांग को लेकर विपक्ष ने अब तक सदन कार्यवाही नहीं चलने दी है। इसके अलावा विपक्ष तीन कृषि कानूनों और महंगाई के मुद्दों पर भी आंदोलित है। 19 जुलाई से शुरू हुए मानसून सत्र में अब तक एक भी दिन संसद की कार्यवाही ठीक से नहीं चल पाई है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि संसद में आज पार्टियों ने अपने पश्नों को रखा लेकिन कांग्रेस और टीएमसी सांसदों ने सदन के स्पीकर पर कागज़ फेंके। संसद में मौजूदा अधिकारियों के ऊपर भी वे चढ़े। यह दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को शर्मसार करने की घटना है।
उन्होंने कहा कि संसद में सरकार विपक्ष के सवालों के उत्तर देने के लिए तैयार है तो कांग्रेस, टीएमसी और अन्य दल संसद में प्रश्न पूछने से क्यों भाग रहे हैं? इनका काम संसद की कार्यवाही में रुकावट पैदा करना है। विपक्ष के काम से लोकतंत्र शर्मसार हो रहा है।