मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने लोकसभा और विधानसभा चुवाव एक साथ कराने के संदर्भ में बड़ी बात कहीं है. ओपी रावत ने कहा कि अभी लोकसभा ओर विधानसभा चुनाव एक साथ कराना संभव नहीं है. क्योकि अभी इसके लिए उपयुक्त कानूनी ढांचा उपलब्ध नहीं है.
इसके साथ ही ओपी रावत ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के लिए कानून में संशोधन करना पड़़ेगा, जिसमें लगभग 1 साल का समय लगेगा. गौरतलब है कि बीते दिनों लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के लिए सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई थी. इसी के मद्देनजर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने लंबी बहस की इच्छा जताई थी.
गौरतलब है कि बीते कुछ हफ्तों में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ, राजस्थान व मिजोरम के विधानसभा चुनाव टालने की चर्चा चल रही थी. संभावना जताई जा रही थी की इन्हें अप्रेल मई 2019 के प्रस्तावित लोकसभा चुनाव के साथ कराया जा सकता है. मिजोरम में विधानसभा का कार्यकाल 15 दिसंबर, 2018 को पूरा हो रहा है.