नई दिल्ली: सेना की पीओके में आतंकी लॉन्च पैड्स पर कार्रवाई के बाद अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश को भरोसा दिया है कि अगर दुश्मन ने बुरी आंख उठाकर देखा तो हमारी सशस्त्र सेनाओं में इतनी कूवत है कि किसी भी हमले का मुंह तोड़ जवाब दे सके. राजनाथ सिंह का ये बयान पाकिस्तान के मंत्री की उस धमकी के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि अब तोप और टैंकों से पारंपरिक-युद्ध नहीं होगा बल्कि परमाणु युद्ध होगा.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज राजधानी दिल्ली में नौसेना के सालाना ‘कमांडर्स कांफ्रेंस’ को संबोधित करने के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे. इसी दौरान उनसे पाकिस्तान के रेलमंत्री की भारत को परमाणु युद्ध की धमकी देने वाले बयान पर सवाल किया गया.
इसपर रक्षा मंत्री ने कहा, “भारत कभी भी आक्रमक देश नहीं रहा है, ना है भारत का इतिहास रहा है कि किसी देश की एक इंच जमीन भी कब्जा करे, लेकिन अगर किसी ने भारत की तरफ बुरी नजर से देखा तो भारत की सशस्त्र सेनाओं में इतनी कूवत और ताकत है कि वो किसी भी हमले का मुंह तोड़ जवाब दे सके.”
आपको बता दें कि कुछ समय पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी धमकी दी थी कि अब अगर भारत के साथ युद्ध हुआ तो वो परमाणु-युद्ध होगा.
रविवार को भारतीय सेना ने एलओसी पर तंगधार सेक्टर में पाकिस्तान के युद्धविराम उल्लंघन का कड़ा जवाब देते हुए बोफोर्स तोप से पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) में पाकिस्तानी चौकियों, हेडक्वार्टर, पाकिस्तान तोप और आतंकी लांच-पैड्स को तबाह कर दिया था. भारतीय सेना की इस कारवाई के बाद पाकिस्तान बौखला गया है
मंगलवार को पाकिस्तानी सेना विदेशी राजनयिकों को नीलम घाटी के दौरे पर लेकर गई. इस दौरे का मकसद ये दिखाना था कि पीओके में कोई आतंकी कैंप नहीं हैं और ना ही भारतीय सेना ने किसी आतंकी कैंप या फिर लांच पैड को तबाह किया है. पाकिस्तानी सेना ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग को भी इस दौरे के लिए आमंत्रित किया था लेकिन भारतीय हाई कमिशन ने पाकिस्तानी सेना को जवाब तक नहीं दिया कि वो इस दौरे का हिस्सा होंगे या नहीं और दौरे में शामिल भी नहीं हुए.
इसको लेकर पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने इंडियन हाई कमिशन और भारत के थलसेना प्रमुख के दावे को लेकर टिप्पणी भी की. लेकिन बाद में जो जानकारी आई उसके मुताबिक, पाकिस्तानी सेना के निमंत्रण पर मात्र आधा दर्जन देशों के राजनयिक ही नीलम वैली के दौरे पर गए थे.
इस बीच मंगलवार को नेवल कमांडर्स कांफ्रेंस में शिरकत करने के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि देश की सुमद्री-सीमाएं पूरी तरह से सुरक्षित है और भारतीय नौसेना फिर से 26/11 जैसा आतंकी हमला देश पर नहीं होने देगी.