एक महीने का हो चुके कोरोना कफ्र्यू को मिल चुकी हैं कई नई
भोपाल। करीब एक माह का सफर पूरा कर रहा प्रदेश और राजधानी भोपाल का लॉक डाउन 17 को भी खुल पाएगा या नहीं, इसको लेकर लोगों की चिंता बढऩे लगी है। इस एक माह की अवधि में चार बार नई तारीख का ऐलान लाने वाले हालात अब भी पहले से ज्यादा सुकून देने वाले नहीं हैं। जिन्हें लेकर आने वाले नए ऐलान को लेकर कश्मकश के हालात बनने लगे हैं।
पिछले माह रात्रिकालीन कफ्र्यू से शुरू हुईं पाबंदियों का असर जब साप्ताहिक लॉक डाउन की तरफ बढ़ा था, उस समय प्रदेश में करीब 13 हजार मरीज प्रतिदिन का आंकड़ा बना हुआ था। एक माह की अवधि में यह संख्या घटकर करीब 9 हजार प्रतिदिन पर जरूर आई है, लेकिन इस दौरान संक्रमित मरीजों का संख्या फिलहाल एक लाख पार है। ऐसे में इस बात की उम्मीद कम ही की जा रही है कि आगामी 17 को लोगों को लॉक डाउन से निजात मिल पाएगी।
मिल सकती है नई तारीख
प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि लॉक डाउन की पाबंदियों ने हालात को बहुत हद तक संभाला है। ऐसे में अचानक इसमें रियायत देना किसी नई बड़ी मुश्किल का संदेश लेकर आ सकती है। त्यौहारों और शादी-ब्याह के मुहूर्त के बीच लॉक डाउन खोल दिया जाना और भी ज्यादा घातक हो सकता है। इसके चलते उम्मीद की जा रही है कि 17 अप्रैल को पूरी होने वाली लॉक डाउन के ताजा आदेश की अवधि के पहले एक नया आदेश अगली तारीख के लिए आ सकता है।
उम्मीद की जा रही है कि यह आदेश संभवत: 31 मई तक के लिए हो। या यह भी किया जा सकता है कि एकसाथ लंबा लॉक डाउन न करते हुए इसे दो किश्तों में करते हुए मई अंत तक ले जाया जाए। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि पाबंदियों और अहतियात का दौर फिलहाल दो-तीन माह तक जारी रह सकता है। इसके चलते जून प्रथम सप्ताह में लॉक डाउन खोले जाने के बाद भी पहले सप्ताह में दो दिन की पाबंदियां जारी रहेंगी। इसके बाद सप्ताह में एक दिन करते हुए रात्रिकालीन कफ्र्यू तक ले जाया जा सकता है।
मिलते गए नए-नए नाम
-सबसे पहले रात्रिकालीन कफ्र्यू जारी हुआ
-इसके बाद साप्ताहिक लॉक डाउन की शुरूआत हुई, जो विस्तार पाकर एक से दो दिन तक पहुंची
-फिर लॉक डाउन का ऐलान हुआ
-अगले आदेश में इसका नाम बदलकर कोरोना कफ्र्यू कहा गया
-इस बीच सरकार ने इसे जनता कफ्र्यू के नाम से भी पुकारा
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हालात एक राष्ट्रीयस्तर के लॉक डाउन के भी
दिल्ली, उप्र समेत देश के विभिन्न प्रदेशों में बन रहे हालात को लेकर इस बात की उम्मीद भी की जा रही है कि केन्द्र सरकार द्वारा भी राष्ट्रीय स्तर पर भी एक लॉक डाउन का ऐलान किया जा सकता है। संभवत: जुलाई-अगस्त तक संक्रमण की स्थिति जारी रहने की उम्मीद के साथ लॉक डाउन का अगला चरण कैसा होगा या इसका रूप किस तरह का होगा, फिलहाल कहा नहीं जा सकता।