संसद के मानसून सत्र के बीच कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। मणिपुर में कांग्रेस के प्रदेश कमिटी (एमपीसीसी) के अध्यक्ष गोविंददास कोंथौजम ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों ने बताया कि राज्य में कांग्रेस के आठ विधायक आज भाजपा में शामिल हो सकते हैं। मणिपुर अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ा झटका है।
गोविंददास कोंथौजम कांग्रेस पार्टी से बिष्णुपर विधानसभा क्षेत्र से लगातार छह बार विधायक चुने गए और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे। पिछले साल दिसंबर में उन्हें मणिुपर कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था।
मणिपुर विधानसभा में होते रहे हैं विधायकों के फेरबदल
अगर कांग्रेस के 8 विधायक भाजपा का दामन थामते हैं तो भाजपा में 44 विधायक हो जाएंगे, जबकि कांग्रेस में सिर्फ 9 विधायक रह जाएंगे। 2017 के विधानसभा चुनावों के बाद से ही मणिपुर सरकार पर संकट मंडराते रहे हैं। इन चुनावों में भाजपा ने 21, जबकि कांग्रेस ने 28 सीटें जीती थीं। सरकार बनाने के लिए 31 सीटें जीतना जरूरी है। ऐसे में भाजपा ने गठबंधन की सरकार बना ली। गठबंधन के पास 40 सीटें थीं।
इससे पहले बीते माह में भाजपा ने शारदा देवी के मणिपुर इकाई की कमान दी थी। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने इस बात की पुष्टि की थी कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की तरफ से देवी के नाम को मंजूरी मिल गई है। उनसे पहले पार्टी के प्रदेश प्रमुख साइखोम टीकेंद्र सिंह का मई में कोविड-19 के चलते देहांत हो गया था।