मुंबई: जहां कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर जम कर तैयारियों में जुटी हुई है, वहीं मुंबई कांग्रेस में घमासान देखने को मिल रहा है. मुंबई कांग्रेस के नेताओं के बीच अंतर्कलह सामने आने से पार्टी की विश्वसनीयता खतरे में नज़र आ रही है. जो कि कांग्रेस के लिए बिलकुल भी शुभ संकेत नहीं है.

मिलिंद देवड़ा के एक के बाद किये गए ट्वीट से उनके और मुम्बई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरूपम को लेकर मतभेद सामने आ गए हैं. हालाकिं जिस तरह संजय निरुपम को निशाना बनाकर किये गए ट्वीट में मिलिंद देवड़ा ने लोकसभा चुनाव लड़ने की ओर भी इशारा किया है. इससे साफ़ हो जाता है कि मुंबई कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. जो कि आने वाले लोकसभा चुनावों में पार्टी के लिए मुश्किल का सबब बन सकता है और जिसका फायदा बेशक बीजेपी उठाती नज़रआएगी.

दरअसल मिलिंद देवड़ा ने एक के बाद एक ट्वीट करते हुए कहा कि हालांकि पार्टी के अंदर की बातों को सार्वजनिक करने की मेरी कोई मंशा नहीं है, लेकिन हाल के एक इंटरव्यू में की गई टिप्पणी ने मुझे मुंबई की विविधता का प्रतीक बने रहने और अपने सामाजिक ताने-बाने को मजबूत करने के लिए मुंबई कांग्रेस की आवश्यकता के प्रति अपनी मजबूत प्रतिबद्धता को दोहराने के लिए मजबूर किया.

वहीं अपने दूसरे ट्वीट पार्टी के भीतर मचे घमासान पर मिलिंद देवड़ा ने ट्वीट करते हुए कहा कि देश की आर्थिक और सांस्कृतिक शहर मुंबई में हमें लोगों को साथ लाने की जरूरत है. मुंबई कांग्रेस सांप्रदायिक राजनीति के लिए एक क्रिकेट पिच नहीं बन सकती है,जिसमें नेता एक दूसरे के खिलाफ खड़े किए जाएं. जबकि अपने तीसरे ट्वीट में उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने की मंशा जाहिर करते हुए कांग्रेस के केन्द्रीय नेतृत्व, पार्टी की विचारधारा और सिधान्तों के पार्टी अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई.

इसके साथ ही आगामी लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के चुनावी अभियान की तारीफ करते हुए, मुंबई में कांग्रेस की बुरी स्थिति पर भी चिंता व्यक्त की. हालाँकि इसके बाद मिलिंद देवड़ा सफाई देते भी नज़र आये और मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरूपम एवं पार्टी के नेताओं से तमाम मतभेद भुलाकर साथ काम करने की बात कही.

अब भले ही मिलिंद देवड़ा लाख दावे करें कि अंदरूनी कलह नहीं है. लेकिन जिस तरह उन्होंने सिलसिलेवार तरीके से एक के बाद एक ट्वीट किया उससे मुंबई कांग्रेस में लंबे समय से चल रही अंतर्कलह की पोल खुल गई.वैसे यह कोई पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस के किसी बड़े नेता ने संजय निरुपम को लेकर मोर्चा खोला हो. इसके पहले भी कांग्रेसी नेता निरुपम की कार्यशैली को लेकर राहुल गाँधी से उनकी शिकायत कर चुकें हैं.

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