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मुख्यमंत्री बनने के बाद ही योगी ने उत्तर प्रदेश की छवि ठीक करने के लिए जिन सुधारों की बात कही थी, उनमें नकल रोकना भी प्रमुख था. लेकिन अभी जारी यूपी बोर्ड परीक्षा में योगी के ऐलान का असर होता दिख नहीं रहा है. अब भी मथुरा, आगरा, गाजीपुर सहित यूपी के कई जिलों से नकल की तस्वीरें सामने आ रही हैं.

नकल के मामले सामने आने पर अब तक 4 विधालय प्रबंधकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है. वहीं, 327 केंद्र व्यवस्थापकों, 178 कक्ष निरीक्षकों और 70 विद्यार्थियों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुई है. नकल के मामले सामने आने पर अब तक 54 केंद्रों पर परीक्षा रद्द की जा चुकी है, जबकि 57 सेंटर डिबार किए गए. माध्यमिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव जितेंद्र कुमार ने परीक्षा में कड़ाई को लेकर बताया कि बोर्ड परीक्षा में सख्ती के कारण अब तक 5.25 लाख विद्यार्थी परीक्षा छोड़ चुके हैं.

गौरतलब है कि बुधवार को उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिला व मंडलस्तरीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया था कि किसी भी परीक्षा केंद्र का प्रबंधक, प्रधानाचार्य या कक्ष निरीक्षक नकल कराने में लिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए. इससे पहले नकल रोकने के लिए हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किया गया था. लखनऊ में इससे जुड़ा एक कंट्रोल रुम भी बनाया गया है, जो सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहेगा.

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