विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिली करारी हार के बाद अब एनडीए का पूरा फोकस लोकसभा चुनावों पर है. जिसके चलते घोषणाओं का मौसम भी लगता है अब शुरू हो गया है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सूबे में पांच नये मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा कर दी है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को सुधारने के लिए पांच नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना होगी. मुख्यमंत्री हरसिद्धि स्थित महावीर रामेश्वर इंटर कॉलेज में महावीर व रामेश्वर की प्रतिमाओं अनावरण समारोह को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग कॉलेज भी संचालित होंगे. ताकि नर्सिंग स्टाफ की कमी को पूरा किया जा सकेगा.
शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में जब हमें सरकार बनाने का अवसर मिला तो शिक्षा के क्षेत्र में कई बदलाव किए थे. उस समय मुझे पता चला कि 12 फीसद बच्चे स्कूलों से बाहर हैं. हमने 22 हजार नए विद्यालयों की स्थापना की. तीन लाख शिक्षकों का नियोजन किया. अब स्कूलों से बाहर बच्चों की संख्या काफी घटी गयी है. उन्होंने कहा कि एक समय था जब लड़कियां प्राथमिक विद्यालय से आगे की पढ़ाई नहीं कर पाती थीं. इसकी वजह गरीबी थी. फिर हमने मध्य विद्यालय में बालिका पोशाक योजना व बालिका साइकिल योजना की शुरूआत की. 2008 में 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़कियों की संख्या मात्र 1.7 लाख था. अब यह संख्या बढ़कर 9 लाख हो गई है.
बेरोजगार छात्रों का लोन माफ करेंगे
इतना ही मुख्यमंत्री ने बेरोजगार युवाओं के लिए घोषणा की. उन्होंने कहा कि मैंने दो टर्म सरकार चलाने के बाद उच्च शिक्षा के स्तर को देखा. इंटर के बाद उच्च शिक्षा में जाने वाले छात्र-छात्राओं का प्रतिशत 13.9 फीसद था. जबकि देश में यह स्तर 24 फीसदी है. इसलिए यह लक्ष्य निर्धारित किया गया है कि हम इसे राष्ट्रीय औसत से भी आगे ले जाएंगे.
विकास के साथ समाज सुधार भी
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के साथ समाज सुधार भी जरूरी है. इसी के तहत हमने पहले शराबबंदी की और अब दहेज व बाल विवाह के खिलाफ जागृति अभियान चला रहे है. इसमें हर एक व्यक्ति की भागीदारी जरूरी है.