मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा और जदयू के बीच सीट शेयरिंग को लेकर स्थिति साफ कर दी है। उनकी मानें तो माह भर के भीतर 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा-जदयू के बीच सीट शेयरिंग प्रस्ताव पर मुहर लग सकती है। सब कुछ तय हो जायेगा। दोनों दल मिलकर सरकार चला रहे हैं।
नीतीश ने कहा कि अमित शाह भाजपा के कार्यक्रम के सिलसिले में पटना आए थे। भाजपा अध्यक्ष से मिलना और शाम में नाश्ता व भोजन सामान्य बात है। नीतीश ने कहा कि भाजपा और जदयू बिहार में मिलकर सरकार चला रही है ऐसे में उनसे मेरी औपचारिक मुलाकात थी। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के सवाल पर नीतीश ने कहा कि यह केवल उनकी पार्टी से जुड़ा हुआ मामला नहीं बल्कि पूरे बिहार की मांग है।
2006 से ही इसकी मांग है। सभी राजनीतिक दलों का इस अभियान का समर्थन है। 15वें फाइनेंस कमीशन के साथ होने वाले मीटिंग में भी बिहार सरकार यह मांग करेगी। सर्वदलीय ज्ञापन में यह मांग होगी। उन्होंने कहा कि विशेष राज्य का दर्जा हमारा है। नीतीश ने कहा कि हम दोनों की मुलाकात में देश सहित राज्य के कई मुद्दों पर बात हुई। उन्होंने कहा कि तय कोटे के अनुसार बिहार का जो बनता है वह तो मिलना ही है।
कुछ परियोजना केंद्र अलग से भी चला रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों की सहायता के लिए राज्य सरकार प्रयत्नशील है। किसानों को हर संभव पंहुचाना हमारी प्राथमिकता है। अगर जल्द वर्षा नहीं होती है तो किसानों को मिलने वाली आपदा संबंधी सहायता राशि उपलब्ध कराने को तत्पर रहेगा। परिस्थितियों पर नजर रखते हुए किसानों को अधिक से अधिक सुविधा मुहैया कराई जाऐगी।