अपने चुनावी प्रचार में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्धा पहुंचे थे तो उन्होंने हिंदू आतंकवाद के नाम पर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था। वर्धा के अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि, इतिहास गवाह है कभी भी कोई ‘हिंदू’ कभी भी आतंकी गतिविधियों में लिप्त नहीं होते। लेकिन खुद केंद्रीय जांच एजेंसी NIA के दावों का गलत साबित कर दिया है। NIA ने जो मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट जारी की है जिसमे में कई हिंदू आरोपी भी शामिल हैं।
केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए की वेबसाइट पर आतंक संबंधित मामलों के लिए मोस्ट वांटेड लिस्ट सेक्शन है। जिसमें कई बड़े आतंकियों के नाम और उनकी पहचान बताई गई है। बाजाप्ता उनपर लाखों का इनाम भी है, मगर चौंकाने वाली बात ये है की उस वांटेड लिस्ट में हिंदू नाम हैं और उनके आगे आतंकवादी लिखा है।
एनआईए के अनुसार आरोपी रामचंद्र कालसांगरा और संदीप डांगे भी ‘आतंकवादी गिरोह’ का हिस्सा हैं, जो समझौता एक्सप्रेस ट्रेन विस्फोट और अजमेर में मक्का मस्जिद ब्लास्ट के मामले में वॉन्टेड है।
समझौता ब्लास्ट मामले में कोर्ट ने हाल ही में सबूतों के अभाव में असीमानंद और तीन अन्य आरोपियों को बरी कर दिया गया था। इस धमाके में 68 लोगों की मौत हो गई थी। समझौता मामले में नामजद एक और आरोपी रमेश अभी तक फरार है। उसे एनआईए ने मोस्ट वॉन्टेड घोषित किया है।