क्रूज पार्टी ड्रग केस में गवाह के वसूली वाले आरोपों के बाद एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की मुश्किलें बढ़ गई हैं। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी ने रिश्वत के आरोप में समीर वानखेड़े के खिलाफ विजिलेंस जांच शुरू कर दी है। एनसीबी के डीजी ज्ञानेश्वर सिंह के मुताबिक, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े के खिलाफ सतर्कता जांच का आदेश दिया है। बता दें कि आर्यन खान केस में गवाह प्रभाकर साईल ने एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर 8 करोड़ रुपये की वसूली के आरोप लगाए हैं। इस जांच के बाद समीर वानखेड़े अपने पद पर बने रहेंगे या नहीं, इस पर अब संशय के बादल मंडरा रहे हैं।
‘समीर दाऊद वानखेड़े’ से शुरू हुआ फर्जीवाड़ा: नवाब मलिक
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर अब नया आरोप लगाया है। उन्होंने वानखेड़े पर जाति का फर्जी प्रमाणपत्र बनवाकर सरकारी नौकरी पाने का आरोप लगाया है। नवाब मलिक ने एक बर्थ सर्टिफिकेट की कॉपी शेयर की है। दावा किया गया है कि यह बर्थ सर्टिफिकेट समीर वानखेड़े का है। इसमें पिता का नाम ‘दाऊद क. वानखेड़े’ लिखा है। वहीं धर्म की जगह पर ‘मुस्लिम’ लिखा है।
Sameer Dawood Wankhede का यहां से शुरू हुआ फर्जीवाड़ा pic.twitter.com/rjdOkPs4T6
— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) October 25, 2021
संजय राउत के ट्वीट से हलचल
संजय राउत ने सोमवार सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर एक ट्वीट करके अटकलों का बाजार गर्म कर दिया है। दरअसल, उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘वेट एंड वाच’ यानी की ‘इंतजार करें फिर देखें’। इस ट्वीट के बाद से कई अटकलें लगाई जाने लगी हैं। सूत्रों के अनुसार राउत के इस ट्वीट के बाद एनसीबी के खिलाफ कुछ बड़ा खुलासा हो सकता है, वहीं कई लोगों का कहना है कि उद्धव सरकार एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर शिकंजा कसने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। कुछ देर पहले संजय राउत ने मीडिया के सामने भी एक बयान देते हुए कहा कि सैम डिसूजा मुंबई और देश के सबसे बड़े मनी लॉन्ड्रिंग खिलाड़ी हैं। यह एक बड़ा खेल है जो अभी शुरू हुआ है। जो तथ्य सामने आए वे चौकाने वाले हैं। देशभक्ति के बहाने जबरन वसूली की जा रही है। और फर्जी केस दर्ज हो रहे हैं।
wait ✋ and watch..
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) October 25, 2021
बता दें कि मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले ने रविवार को प्रभाकर सेल नाम के एक स्वतंत्र गवाह के आरोप से एक मामला एक नया मोड़ ले लिया। ‘स्वतंत्र गवाह’ प्रभाकर साईल ने दावा किया आर्यन को तीन अक्टूबर को एनसीबी कार्यालय लाने के बाद उन्होंने गोसावी को फोन पर डिसूजा नामक एक व्यक्ति को 25 करोड़ रुपये की मांग और मामला 18 करोड़ पर तय करने के बारे में बात करते हुए सुना था क्योंकि उन्हें ‘आठ करोड़ रुपये समीर वानखेड़े (एनसीबी के जोनल निदेशक)को देने थे।’ साईल ने मीडिया से कहा कि एनसीबी अधिकारियों ने उनसे नौ से 10 कोरे कागजों पर हस्ताक्षर करने के लिए भी कहा। हालांकि, एनसीबी अधिकारी ने आरोपों से इनकार करते हुए इसे ” पूरी तरह से झूठ और दुर्भावनापूर्ण” बताया।
क्या था मामला
एनसीबी के जोनल निदेशक समीर वानखेडे के नेतृत्व में इस महीने की शुरुआत में एजेंसी ने क्रूज पोत पर ‘नशे’ का भंडाफोड़ किया था और उसके बाद मामले में तीन अक्टूबर को आर्यन खान को गिरफ्तार किया था। इस समय आर्यन मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद हैं। आर्यन खान की जमानत अर्जी पर बॉम्बे हाई कोर्ट में संभवत: 26 अक्टूबर को सुनवाई होगी।