आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों के अयोग्य घोषित होने के बाद एक और मामले में केजरीवाल सरकार को बड़ा झटका लगा है. अरविंद केजरीवाल के करीबी और दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पर सीबीआई का शिकंजा कसता जा रहा है. बताया जा रहा है कि सत्येंद्र जैन जिन कंपनियों में निदेशक थे, वहां हुई सीबीआई की छापेमारी में कुछ ऐसे अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं, जो सत्येंद्र जैन की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं.
सीबीआई प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने कहा है कि छापेमारी के दौरान 2011 में जैन की कंपनियों के नाम पर दो करोड़ रुपए जमा वाली आईडीबीआई बैंक की पर्चियां मिलीं हैं. साथ ही उनके, उनकी पत्नी के तथा एक निजी एस्टेट फर्म के नाम पर 41 चेक बुक भी बरामद हुए हैं. सीबीआई ने आधा किलोग्राम सोना तथा 24 लाख रुपए नकद बरामद करने का भी दावा किया है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ये मंत्री सत्येंद्र जैन से संबंधित है या नहीं. दिल्ली दंत परिषद के रजिस्ट्रार ऋषिराज के आवासों पर यह छापेमारी हुई थी.
आम आदमी पार्टी ने इस छापेमारी और बरामदगी को षड्यंत्र करार दिया है. पार्टी नेता दिलीप पांडे ने एक ट्वीट में कहा है कि यह बीजेपी द्वारा सत्येंद्र जैन की छवि को खराब किए जाने का नया प्रयास है. वहीं अरविंद केजरीवाल के मीडिया सलाहकार नागेंद्र शर्मा का कहना है कि यह भाजपा का नया षड्यंत्र है. उन्होंने कहा है कि सीबीआई जिन काग़ज़ों का ज़िक्र कर रही है, वो सारे काग़ज़ सत्येंद्र जैन ख़ुद सीबीआई को दो बार दे चुके हैं और पिछले कई वर्षों की इनकम टैक्स रिटर्न में इनका जिक्र भी किया है. इन में नया क्या है? भाजपा सरकार केवल उनकी छवि ख़राब करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने यह भी कहा है कि सत्येंद्र का उस रजिस्ट्रार से दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं है.