ऐसे समय में जब 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सरकार से बाहर रखने के लिए तमाम राज्यों में विरोधी पार्टियों के बीच ग्रैंड-एलायन्स की बातें हो रही हैं, जम्मू-कश्मीर में यह व्यवहारिक तौर पर होने जा रहा है. राज्य में कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी राज्य में सरकार बनाने के लिए एलायन्स करने की तैयारी कर रही हैं. ताजा खबर के मुताबिक, दोनों स्थानीय पार्टियों नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी को इसे लेकर कांग्रेस की तरफ से हरी झंडी दे दी गई है. इसके बाद, पीडीपी के वरिष्ठ नेता अल्ताफ बुखारी ने नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ मुलाकात की है.
सूत्रों के अनुसार, इस मुलाकात में उमर अब्दुला ने अल्ताफ बुखारी को बताया कि अगर पीडीपी और कांग्रेस मिली जुली सरकार बनाती हैं तो नेशनल कांफ्रेंस उसे बाहरी समर्थन देगी. गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में 29 जून को भाजपा और पीडीपी की सरकार खत्म होने के साथ ही गवर्नर रूल लग गया था. 87 सदस्यों वाली विधानसभा में इस वक्त पीडीपी के पास 28, भाजपा के पास 25, नेशनल कांफ्रेंस के पास 15 और कांग्रेस के पास 12 सीटें हैं. बाकी सीटें निर्दलीय विधायकों और राज्य की छोटी पार्टियों के पास हैं.
राज्य में सरकार बनाने के लिए कम से कम 44 सीटें चाहिए. अगर कांग्रेस और पीडीपी गठबंधन कर लेती हैं, तो इनके पास 37 सीटें होंगी और नेशनल कांफ्रेंस के बाहरी समर्थन से राज्य में मिली जुली सरकार बन सकती है. सूत्रों का कहना है कि पीडीपी ने नेशनल कांफ्रेंस को मिली जुली सरकार का हिस्सा बनने की दावत देते हुए सरकार संभालने की पेशकश की थी, जिसपर नेशनल कांफ्रेंस ने बाहरी समर्थन देने की बात कही है.