देश के आपराधिक इतिहास में पहली बार मुर्दे का होगा ब्रेन मैपिंग। पंजाब की जोनल ड्रग लाइसेंस अधिकारी डॉ नेहा शौरी हत्याकांड कि जांच SIT ने शुरू कर दी है। SIT के लिए सबसे बड़ी परेशानी है क़त्ल का सही वजह पता लगाना। SIT पता लगाने में जुटी है कि आरोपी मृतक बलविंदर सिंह का मकसद 10 साल पुरानी रंजिश थी या कुछ और, अब यही पता लगाने के लिए SIT अब बलविंदर की लाश का ब्रेन मैपिंग कराएगी।
मुर्दे का होगा ब्रेन मैपिंग
ब्रेन मैपिंग के ज़रिये ये पता लगाने कि कोशिश की करेगी कि पिछले 10 सालों में बलविंदर सिंह के दिमाग में क्या चल रहा था। आखिर ऐसी क्या वजह थी कि अचानक उसने सीधा ऑफिस घुसकर डॉक्टर नेहा शौरी को एकाएक चार गोलियां मार दी। डाॅक्टर नेहा शौरी के साथी कर्मचारी के गले भी यह बात नहीं उतर रही है कि कोई कैसे 10 सालों तक रंजिश अपने मन में रख सकता है। जरूर इसके पीछे कोई दूसरा कारण होगा। कारण को ही तलाश करने के लिए पुलिस अब बलविंदर के राजदार की तलाश में जुट गई है।
मामले की जांच कर रहे एसपी हरविंदर सिंह ने बताया कि उनकी एसआईटी इस बात की जांच कर रही है कि पिछले 10 साल में बलविंदर सिंह किन-किन लोगों के टच में था। इसके लिए उसकी मोबाइल की कॉल डिटेल भी खंगाल रहे हैं। क्या कभी बलविंदर ने किसी से इस घटना या डॉक्टर नेहा शौरी के मर्डर करने की बात शेयर की थी। क्या कभी उसने ने अपने घर में सदस्यों से इस बात का कभी जिक्र किया हो।
इतना ही नहीं SIT ने अस्पताल के बाहर चाय लगाने वाले व अन्य रेहड़ी लगाने वाले लोगों से भी पूछताछ की है। उनसे यह बात सामने निकलकर आई है कि बलविंदर रोजाना सुबह ठीक उसी समय खरड़ फोरेंसिक लैब इमारत के बाहर आता था।