पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के शपथ समारोह में शिरकत करने पर नवजोत सिंह सिद्धू बुरी तरह से आलोचनाएं झेलनी पड़ रही हैं. विपक्ष की तरफ से लगातार विरोध पर सिद्धू ने सफाई देते हुए कहा कि उन्हें भरोसा है कि इससे भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में मजबूती आएगी. उन्होंने बताया कि उनके दोस्त इमरान खान ने उन्हें मैसेज कर कहा है कि वह शांति चाहते हैं.
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि जब भी कोई भारतीय प्रधानमंत्री पाकिस्तान से लौटा है तो जवाब में हमेशा भारत पर आतंकी हमले हुए हैं लेकिन उनका ट्रिप शांति के मैसेज के साथ खत्म हुआ.
वहीं रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि इससे दोनों देशों के बीच रिश्तों में सुधार जरूर होगा. सिद्धू ने कहा, ‘पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जब पाकिस्तान से लौटे थे तो कारगिल युद्ध हुआ था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब पाकिस्तान से वापस आए तो पठानकोट में आतंकवादी हमला हो गया था लेकिन इस बार जवाब में मेरे दोस्त का मैसेज आया कि हम शांति चाहते हैं. आप एक कदम आगे बढ़ेंगे तो हम दो कदम बढ़ेंगे.’
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू 18 अगस्त 2018 को पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बने इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे थे. इस दौरान सिद्धू ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा को गले लगाया था, जिसकी वजह से पिछले एक महीने से देशभर में विवाद चल रहा था. विपक्षी पार्टी बीजेपी के साथ साथ कांग्रेस भी उनकी जमकर आलोचना कर रही थी.