नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की. करीब 45 मिनट चली इस मुलाकात के बाद यह अटकले लगाई जाने लगी हैं कि सिद्धू कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. सिद्धू और राहुल गांधी की यह मुलाकात चंडीगढ़ निकाय चुनाव परिणाम के कुछ देर बाद ही हुई, जिसमें कांग्रेस को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था.
हालांकि, इस मुलाकात के बारे में अभी आधिकारिक रूप से कुछ कहा नहीं गया है. नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात के कुछ ही देर बाद राहुल गांधी ने पंजाब विधानसभा चुनावों में कैंडिडेट्स को लेकर पार्टी नेताओं से चर्चा की. पंजाब विधानसभा के लिए कांग्रेस 61 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर चुकी है. दूसरी लिस्ट के लिए राहुल बैठकें कर रहे हैं.
यह भी कहा जा रहा है कि सिद्धू कांग्रेस के टिकट पर अमृतसर से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. अमृतसर (शहर) सिद्धू की पत्नी की सीट है. माना जा रहा है कि सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर 2017 का चुनाव नहीं लड़ेंगी. वे पहले ही कांग्रेस ज्वाइन कर चुकी हैं.
गौरतलब है कि 12 साल तक बीजेपी के साथ रहे नवजोत सिंह सिद्धू ने इसी साल सितंबर में पार्टी की मेंबरशिप से इस्तीफा दे दिया था. सिद्धू 10 साल तक अमृतसर से सांसद रहे. लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में उनका टिकट काटकर अरुण जेटली को दिया गया. तब से ही सिद्धू भाजपा से नाराज चल रहे थे.
इसके बाद उन्हें राज्यसभा भेजा गया लेकिन इसी साल जुलाई में उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया. भाजपा का साथ छोड़ने के बाद यह खबर फैली कि सिद्धू आम आदमी पार्टी ज्वाइन करेंगे. वे अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया से भी मिले. लेकिन बात नही बनी. कहा गया कि सिद्धू चाहते थे कि उन्हें सीएम कैंडिडेट बनाया जाय.
इसके बाद सिद्धू ने अपनी नई पार्टी आवाज-ए-पंजाब बनाई. लेकिन पार्टी के दो अहम नेता बलबिंदर बैंस और सिमरजीत बैंस ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर लिया.उसके बाद सिद्धू की पत्नी ने कांग्रेस ज्वाइन किया था और तब से ही चर्चा थी कि सिद्धू भी कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं.