दिल्ली में शुक्रवार को माइंडमाइन सम्मेलन में प्रसाद ने सवाल किया, हमारे 13 मुख्यमंत्री हैं। हम देश का शासन चला रहे हैं। क्या हमने उद्योग या सेवा क्षेत्र में काम कर रहे किसी मुसलमान को परेशान किया है, हमने उन्हें बर्खास्त किया है, हमें मुसलमानों के वोट नहीं मिलते हैं। मैं स्पष्ट रूप से इसे स्वीकार करता हूं, लेकिन हमने उन्हें पूरा सम्मान दिया है या नहीं?
प्रसाद ने कहा है कि मुसलमान भाजपा को वोट नहीं देते हैं, लेकिन सरकार ने उन्हें समुचित सम्मान दिया है। प्रसाद ने कहा कि हम भारत की बहुलता और संस्कृति को नमन करते हैं। इसे देखने के दो तरीके हैं। आज मैं स्पष्ट बोलूंगा। हमारे खिलाफ लंबे वक्त से अभियान चल रहा है, लेकिन हम भारत की जनता के आशीर्वाद से यहां हैं।
उन्होंने कहा कि हाल में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में प्रभावी जीत दर्ज की है। पार्टी ने गोवा और मणिपुर में भी सरकार बनायी। मुख्य प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस को सिर्फ पंजाब में स्पष्ट बहुमत मिला।
प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जलपाईगुड़ी के चाय बगान में काम करने वाले मुस्लिम कर्मचारी करीमुल हक को उसके अनुकरणीय काम के लिए चुने जाने का जिक्र किया।
प्रसाद ने कहा, हक ने अपनी मोटरसाइकिल को एम्बुलेंस में बदल लिया है, और बीमारों को अस्पताल ले जाते हैं। इस तरह उन्होंने करीब 2000 लोगों की जीवनरक्षा की है।
प्रसाद ने कहा, हमने कभी भी हक का धर्म नहीं देखा, ना हीं यह देखा कि उसने हमारे लिए वोट दिया था या नहीं। यदि कुछ अवांछित बातें होती हैं तो प्रधानमंत्री उस समस्या को सुलझाते हैं, मुख्यमंत्री इन दिक्कतों को दूर करते हैं।