भोपाल। राशन से लेकर चाय-पान तक के लिए हाथ से निकलते दाम, चूल्हा जलाने के हालात से बाहर होते गैस की कीमतें और पैदल यात्रा वाले पुराने जमाने में लौट जाने की तरफ ले जाते पेट्रोल-डीजल के भाव, अब महंगाई की अति का भी अंत आ गया लगता है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रवक्ता मुनव्वर कौसर ने कहा कि अपने हक की आवाज के लिए हमें घरों से निकलना होगा, सड़कों पर आकर इस जानलेवा महंगाई का विरोध करना होगा और बाजारों को व्यापारियों को स्वयं बंद कर अपने गुस्से को सरकार के सामने रखना होगा। उन्होंने कहा कि गूंगे-बहरों की तरह केन्द्र सरकार गरीब जनता का दर्द न सुन सकती है और न समझ सकती है।
कौसर ने कहा कि पूंजीपतियों और बड़े कारोबारियों को फायदा पहुंचाने के लिए केन्द्र सरकार ने गरीबों की जिंदगी नर्क बना दी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ जी ने जनता पर पड़ती महंगाई की मार को देखते हुए एक दिन के बंद का आह्वान किया है।
प्रदेश की जनता को महंगाई के खिलाफ किए जा रहे इस हवन में अपने एक दिन के कारोबार की आहूति देकर अपना विरोध दर्ज कराना चाहिए, ताकि गूंगी-बहरी सरकारों के कानों पर गरीबों की आवाज पहुंच सके। उन्होंने कहा कि राशन, गैस, डीजल-पेट्रोल से लेकर गरीब की जरूरत की हर चीज के दामों को महंगाई के पर लग गए हैं, लेकिन केन्द्र सरकार ने इस तरफ से पूरी तरह आंखें बंद कर रखी हैं।
कौसर ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि एक दिन के बंद को सहयोग, समर्थन और सहभागिता दें, मंहगाई से लडऩे और निपटने का यही एक रास्ता बाकी रह गया है। ये आपके और जनता के हित में है। उन्होंने प्रदेशवासियों, कारोबारियों, दुकानदारों से शांतिपूर्ण बंद कर अपनी बात सरकार तक पहुंचाने की अपील की है।