सांसद रविंद्र गायकवाड़ जब शुक्रवार को मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस(सीएसटी स्टेशन पर) पहुंचे तो उन्हें देखकर हर कोई दंग था। सांसद एक मिनट में कुरता पजामा में तो कभी अचानक टी-शर्ट और बैगी पेंट में नजर आते। कोई समझ नहीं पा रहा था की आखिर सांसद हर पल अपने कपडे कैसे बदल ले रहे हैं। ये छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर मौजूद लोगों के लिए कौतुहल का विषय बन गया। तभी अचानक अलग अलग कपड़ो में दोनों एक साथ नज़र आये, तब जाकर लोगों को माजरा समझ में आया।
दरअसल सांसद जैसा हुबहू दिखने वाला शख्स उनका हमशक्ल यानी डुप्लीकेट था जिसे खुद सांसद अपने साथ लेकर चल रहे हैं। और इस लिए की वो जहाँ जा रहे हैं लोग उन्हें घेर लेते है और इसी से बचने के लिए सांसद ने ये उपाय निकला है। पहली नज़र में दोनों को देखकर कोई भी धोका खा जाए, कोई इनके और सांसद रविंद्र गायकवाड़ के बीच फर्क नहीं कर सकता है।
हुबहू रविंद्र गायकवाड़ जैसा नजर आने वाला शख्स का नाम रत्नाकांत सागर है। रत्नाकांत भी शिवसेना सांसद रविंद्र गायकवाड़ के गांव उमरगा के रहने वाले हैं। गायकवाड़ की तरह वो भी कई सालों से शिवसेना से जुड़ा है और पार्टी का सक्रिय सदसय है। वो सांसद के कहने पर ही इन दिनों चौबीस घंटे साये की तरह उनके साथ रहता है। सांसद गायकवाड़ ने रत्नाकांत को यह इंस्ट्रक्शन दे रखी है कि वे अपनी वेशभूषा भी बिल्क़ुलूनकी तरह रखे यानी, हमेशा उनके आसपास रहें और उनकी तरह कुर्ता पायजामा और चश्मा पहने।
जब रत्नाकांत से पुछा गया तो उन्होंने बताया की इस घटना के पहले से ही वो संसद की कॉपी करता है। वो उनकी तरह चलता है बात करता है और कपडे उनकी ही तरह पहनता है। ऐसा कई बार हुआ है की इलाके के लोग उसे ही सांसद समझ बैठते हैं और अपनी फ़रियाद सुनाने लगते हैं।
वहीँ शिवसेना सांसद के मुताबिक़, उन्होंने भीड़ से बचने के लिए ये सब किया है। पूरे विवाद के बाद वो कहीं भी जाते हैं लोग उन्हें सेल्फी के लिए घेर लेते हैं और ऐसे में वो रत्नाकांत को आगे कर देते हैं।