पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान खान को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को बधाई पत्र भेजा. इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों मुल्कों की अवाम की भलाई के लिए दोनों देशों को चहिए कि वो आपसी तकरार को भुलकर दोस्ती का हाथ बढाएं. गौरतलब है कि चुनाव पूर्व इमरान खान ने भी भारत के साथ दोस्ती की पेशकस की थी. लेकिन इसे भारत की तरफ से वार्ता के पेशकस नहीं लेकिन रिश्ते में नरमी के तौर पर जरूर देखा जा सकता है. इस पूरे मामले के बीच में पाक के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी ने कहा कि भारतीय पीएम ने वार्ता की पेशकश की है. लेकिन पाकिस्तान के विदेश मत्रांलय ने अपनी सफाई में कहा कि भारतीय पीएम पड़ोसी मुल्क के साथ रचनात्मक सहयोग चाहते हैं.
गौरतलब है कि जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ईमरान खान ने बीते 30 जुलाई को चुनाव में जब अपनी जीत दर्ज की थी, तब पीएम मोदी ने टेलीफोन करके इमरान खान को बधाई दी थी. अब रविवार को पीएम मोदी के द्ववारा बधाईपत्र भेजना दोनों मुल्कों के रिश्तों में सकरात्मक रिश्ते की सुगबुगाहट पैदा कर रहा है. हालांकि अब तो ये आने वाला वक्त ही बताएगा कि क्या पड़ोसी मुल्क दोनों देशों के बीच मौजूद वैमन्सय को भूलाकर सार्थक रिश्ते की पहल करता है कि नहीं.
ये तो उल्लेखनीय है कि भारत के द्ववारा हमेशा से ही पड़ोसी मुल्क के साथ रिश्ते को सुधारने का मोका दिया गया है. लेकिन पड़ोसी मुल्क हमेशा ही इस सुनहरे मौके को गवां देता है