आप के बागी विधायक कपिल मिश्रा ने एक वीडियो जारी किया है, साथ ही अपनी फेसबुक वॉल पर इस मामले को लेकर विस्तार से लिखा है. उन्होंने लिखा है कि “राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेना, तिलक नगर के विधायक जनरैल सिंह द्वारा प्रस्तुत मूल संकल्प का हिस्सा है. 17 दिसंबर को यही मांग मैंने भी की थी. अध्यक्ष ने कहा कि ये संवेदनशील मामला है. अध्यक्ष सहित सभी ने खड़े होकर प्रस्ताव पास किया. ये सब ऑन रिकॉर्ड है, सदन की कार्यवाही का हिस्सा है. इसके बाद अलका लांबा ने पार्टी के अंदर इस प्रस्ताव का विरोध किया. थोड़ी देर बाद केजरीवाल को 10 जनपथ के एक खास व्यक्ति का फोन आया, केजरीवाल को जोरदार डांट पड़ी. उसके बाद सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट किया कि प्रस्ताव गलत है. बाद में अलका लांबा प्रस्ताव ट्वीट किया और साफ हो गया कि सौरभ झूठ बोल रहे हैं. इसके बाद 10 जनपथ के खास आदमी ने दोबारा केजरीवाल को फोन किया. बस इसी झल्लाहट में अलका लांबा से इस्तीफा मांग लिया गया. जबकि सच ये है कि प्रस्ताव अब पास हो चुका है और सदन की कार्यवाही का हिस्सा है.”
इससे पहले बीजेपी विधायक विजेन्दर गुप्ता ने भी ट्वीट कर कहा था कि ये प्रस्ताव सदन से पारित हो चुका है. उन्होंने लिखा, सतारूढ़ दल आम आदमी पार्टी द्वारा सदन मे प्रस्ताव कि 84 के सिख दंगों के मामले में राजीव गांधी का भारत रत्न वापिस लिया जाये” पारित हो चुका है तथा अब यह प्रस्ताव सदन की कार्यवाही का अंग बन चुका है. विजेन्दर गुप्ता आज इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करने वाले हैं.
बीजेपी के ही विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने आप द्वारा अलका लांबा पर कार्रवाई की खबर आते ही दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया कि वे कांग्रेस के दबाव में कार्रवाई कर रहे हैं.