प्रदेश के हथकरघा और बुनकरों के कौशल को आमजन से लेकर शहर-शहर और गांव-गांव तक पहुंचाने की एक पहल की गई है। इसके लिए राज्य मंत्रालय वल्लभ भवन में एक शोरूम स्थापित किया गया है। जिसमें प्रदेश की विभिन्न हस्तकलाओं की बिक्री और प्रदर्शन होगा। शुक्रवार को इस शोरूम का शुभारंभ वरिष्ठ मंत्री गोपाल भार्गव ने किया। इस मौके पर अनेक अधिकारी उनके साथ मौजूद थे, जबकि प्रदेशभर के कलाकारों ने इस कार्यक्रम में ऑनलाइन शिरकत की।
हर साल 7 अगस्त को राष्ट्रीय हाथकरघा दिवस मनाने की घोषणा वर्ष 2015 में की गई थी। इसका मकसद देश के स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना और हाथकरघा बुनकरों की बुनाई कला को खास पहचान दिलाना है। हर साल मनाए जाने वाले इस खास दिन को इस बार मंत्रालय के भूतल पर मनाया गया। कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री गोपाल भार्गव की मौजूदगी में मंत्रालय में आने वालों के लिए हाथकरघा का विशेष शोरूम शुरू किया गया है। कार्यक्रम के दौरान प्रमुख सचिव अनिरुद्ध मुकर्जी, आयुक्त हाथकरघा एवं प्रबंध संचालक राजीव शर्मा भी मौजूद थे। इस मौके पर मंत्री भार्गव ने कहा कि स्वदेशी को बढ़ावा देने के हमारे प्रयासों के बीच प्रदेश के बुनकरों और हाथकरघा कलाकारों को आगे बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में शामिल रहेगा। गौरलतब है कि मंत्रालय में शुरू किए शोरूम में चंदेरी, महेश्वर, सारंगपुर, मंदसौर, बाघ प्रिंट सहित प्रदेश को दुनिया में विशेष पहचान दिलाने वाले प्रोडक्ट मौजूद रहेंगे।
खान अशु,भोपाल ब्यूरो