नई दिल्ली, (विनीत सिंह) : यूपी में चल रहे अवैध बूचड़खानों को सील करने के लिए योगी सरकार एक दम फ्रंट फुट पर दिखाई दे रही है. जगह जगह छापेमारी करके बूचड़खानों को सील किया जा रहा है. शहर में 100 से अधिक अवैध मीट शॉप संचालित हो रही थीं, लेकिन प्रशासन इस तरफ आंख मूंदे हुए था। अब आदेश मिलते ही एफएसडीए (खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन) हरकत में आया। ताबड़तोड़ छापेमारी में 16 अवैध मीट शॉप बंद करा दी गईं। एफएसडीए के मुताबिक इन दुकानों के पास खाद्य लाइसेंस नहीं था।
इस मौके पर प्रशासन के कदम का जमकर विरोध भी हो रहा है. नोएडा, गाजियाबाद और लखनऊ में चिकन कारोबारी और दुकानदार सड़कों पर उतरे और हड़ताल की धमकी दी। आज भी कई दुकानें बंद रहेंगी और बीते दिनों 500 से ज्यादा दुकानें बंद की खबर आ रही थी।
बीफ बंद होने के बाद रविवार से शहर में चिकन और मटन का गोश्त भी बिकना बंद हो जाएगा। गोश्त काटने वाले कसाईयों का कहना है कि बीफ के साथ अब वह विरोध में चिकन और मटन का गोश्त भी नहीं बेचेंगे। इसके साथ रविवार से ही पुराने लखनऊ समेत शहर के नॉनवेज होटल भी हड़ताल की तैयारी में हैं।
योगी सरकार के अवैध बूचड़खाने हटाने वाले आदेश के बाद व मटन गोश्त कारोबारी भी रविवार से हड़ताल पर जा रहे हैं। कसाईयों का कहना है कि नगर निगम लाइसेंस का रिन्यूवल नहीं कर रहा है। इसी के विरोध में हड़ताल की गई है।
शनिवार को शहर में एफएसडीए की टीमों ने तीन दर्जन स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान मो. शमी चिकन एवं मटन सेंटर टेढ़ी पुलिया, सुलतानिया चिकन एवं मटन शॉप टेढ़ी पुलिया, कुरैशी मीटो शॉप टेढ़ी पुलिया, आरपीएफ ट्रेडर्स टेढ़ी पुलिया, यादगार चिकन शॉप सीतापुर रोड खदरा, कादरी चिकन एवं मटन शॉप ताड़ीखाना, लखनऊ मीट शॉप पुरनिया और कुरैशी मीट शॉप बारबिरवा कानपुर रोड को बंद करा दिया गया।
एफएसडीए के मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय प्रताप सिंह ने बताया कि इन दुकानों के मालिक खाद्य लाइसेंस नहीं दिखा सके। इसके अलावा गंदगी भी मिली। इसके पूर्व कैसरबाग में शुक्रवार की शाम आठ दुकानें बंद कराई गई थीं।