गोरखपुर पुलिस की पिटाई से हुई कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की मौत का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। बुधरात देर रात कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण समेत कई आला अधिकारी मनीष के घर पहुंचे और परिजनों से आज सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करवाने की बात कही। इसके बाद गुरुवार 6:45 बजे पीड़ित परिजनों ने मनीष गुप्ता का अंतिम संस्कार कर दिया।
भारी बवाल के बीच अखिलेश यादव पीड़ित परिजनों से मिले। उनके साथ आई भीड़ को परिजनों ने अंदर आने की इजाजत नहीं दी।
अखिलेश यादव मनीष गुप्ता के घर परिजनों से मिलने पहुंचे। पुलिस ने घर का दरवाजा बंद कर दिया है। अखिलेश फिलहाल घर के बाहर ही खड़े हैं।
सपाइयों और पुलिस की धक्कामुक्की के बीच एक रिश्तेदार को पीट भी दिया। बीच बचाव में प्रापर्टी डीलर की पत्नी को भी दो-चार थप्प़ड़ लग गए। पुलिस ने परिवार को घर के अंदर कराकर गेट बंद करा दिया है। सपाई भी गेट पर ही डेरा डाले हुए हैं।
अखिलेश यादव के पहुंचने से पहले ही मनीष गुप्ता के घर पर हंगामा। पुलिस परिवार को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए रवाना हुई तो सपाइयों ने बवाल खड़ा कर दिया। सपा नेताओं का कहना था कि पहले पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात कर लें फिर ले जाएं।
अखिलेश यादव के पहुंचने की सूचना पर सपाइयों का मनीष के आवास पर जमावड़ा लग गया है। उधर, पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ा दी है।
सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज मनीष के परिजनों से मुलाकात करेंगे। वह लखनऊ से अपने काफिले के साथ कानपुर के लिए रवाना हो गए हैं।
कारोबारी मनीष की मौत सिर पर चोट लगने से हुई। इसके अलावा शरीर पर भी घाव के निशान मिले हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से इसकी पुष्टि हुई है। दो डॉक्टरों के पैनल ने वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम किया है। जानकारी के मुताबिक, दिनभर की कवायद के बाद शाम छह बजे पोस्टमार्टम शुरू किया गया। रिपोर्ट में सिर में चोट के अलावा शरीर पर घाव के निशान सामने आए हैं। इससे एक बात तो साफ है कि सिर्फ गिरने भर से ऐसी चोट संभव नहीं है। दूसरे, होटल के कमरे में गिरने से इस तरह की चोट पर भी सवाल उठ रहा है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मनीष की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता मंगलवार शाम होटल कृष्णा पैलेस भी गईं, जहां पति की मौत हुई थी। होटल के कमरे की सफाई पर मीनाक्षी ने सवाल खड़े किए हैं। पुलिस से पूछा कि आखिर घटनास्थल की सफाई क्यों कराई गई? कमरे में जो खून फैला था, उसे धुलवाया क्यों गया? कमरे को सीज कर फोरेंसिक जांच क्यों नहीं कराई गई? वहां पर खून बिखरे थे और कई ऐसे साक्ष्य थे जिसकी फोरेंसिक जांच होती तो कई सच्चाई सामने आती, मगर ऐसा नहीं किया गया। पत्नी का आरोप है कि पुलिस ठीक से जांच नहीं कर रही है, क्योंकि मामले में पुलिस कर्मी ही आरोपी हैं। अगर किसी दूसरे व्यक्ति की मौत होती तो पुलिस कमरे को सीज करके ही जांच-पड़ताल जरूर करती। मीनाक्षी ने हाथ जोड़कर न्याय दिलाने की मांग की है।
मां-बाप के इकलौते बेटे थे मनीष गुप्ता
मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी ने बताया कि 8 साल पहले वर्ष 2013 में उनकी शादी हुई थी। मनीष रियल इस्टेट का काम करते थे। परिवार में बीमार ससुर के अलावा उनका 4 साल का एक बेटा अभिराज है। सास का पहले ही देहांत हो चुका है। मनीष की तीन बहनें हैं, उनकी शादी हो चुकी है। मीनाक्षी ने बताया कि सोमवार देर रात में फोन पर बात के बाद लगा कि शायद सब कुछ ठीक हो गया होगा, लेकिन मंगलवार सुबह करीब 5 बजे फोन पर पता चला पति अब इस दुनिया में नहीं हैं।