नई दिल्ली : केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) ने महात्मा गांधी की हत्या से संबंधित सभी जानकारियों को सार्वजनिक करने का आदेश दिया है. सीआईसी ने अपने आदेश में कहा है कि बापू की हत्या के दोषी नाथूराम गोडसे का बयान और इस केस से जुड़े रिकॉर्ड नेशनल आर्काइव की वेबसाइट पर पब्लिक किए जाएं. सीआईसी कमिश्नर एम. श्रीधर आचार्युलू ने कहा है कि नाथूराम या गांधी जी की हत्या में शामिल रहे बाकी दोषियों से भले ही कोई सहमत ना हो, लेकिन हम उनके विचारों को सार्वजनिक करने से इनकार नहीं कर सकते हैं.
सीआईसी का तर्क है कि यह घटना 20 साल से ज्यादा पुरानी है और इसके पब्लिक होने से देश को कोई नुकसान नहीं् है. गांधी का जीवन और उनका चरित्र और उनकी छवी एक शांतिदूत की रही है. उनसे जुड़ी जानकारियों के सामने आने पर देश की आजादी और हिंदू-मुस्लिम एकता को कोई खतरा नहीं होगा. सीआईसी की तरफ से यह भी कहा गया है कि इस जानकारी के संबंध में दिल्ली पुलिस या नेशनल अर्काइव ने कोई आपत्ति नहीं जताई है.
गौरतलब है कि आशुतोष बंसल नाम के एक शख्स ने दिल्ली पुलिस से गोडसे की चार्जशीट, उसके बयान और केस से जुड़ी बाकी जानकारियां मांगी थीं्. पुलिस ने आशुतोष बंसल की पिटीशन को एनएआई को भेज दिया. इसके बाद एनएआई ने बंसल से कहा कि वह यहां आकर खुद मांगी गई जानकारियां खोज सकते हैं. एनएआई के इस जवाब के बाद बंसल ने सीआईसी का रुख किया था. जिसके बाद सीआईसी ने यह आदेश जारी किया है.