दिनांक- 9 दिसंबर, 2009, समय- पूर्वान्ह 11 बजे.
स्पीकर के आने की घोषणा- माननीय सभासदों,  माननीय अध्यक्षा जी…
हाथ जोड़कर अध्यक्षा जी कुर्सी की तऱफ ब़ढ रही हैं. तभी मुलायम सिंह यादव सहित कई सांसद चौथी दुनिया अ़खबार की प्रति हवा में लहराते हुए रंगनाथ मिश्र आयोग की रिपोर्ट पेश करने को लेकर सवाल करने लगते हैं कि सरकार इस रिपोर्ट को सदन में कब पेश करेगी?
स्पीकर : (शोर सुनकर) कृपया बैठ जाइए….
प्रश्न संख्या 281, श्री अमरनाथ प्रधान..
(शोर फिर से शुरू, सदस्यगण चौथी दुनिया अ़खबार लहराते हैं)
स्पीकर : कृपया बैठ जाइए, कृपया शांत हो जाइए, यह, इसे इस तरह नहीं दिखाएंगे. कृपया शांत होकर बैठिए, शांत होकर बैठिए. यह इस तरह न दिखाएं. इस तरह से अ़खबार न दिखाएं और अपनी जगह ग्रहण कर लें. हम आपको..
तभी मुलायम सिंह फिर कुछ बोलते हैं…
स्पीकर : हां मुलायम सिंह जी, हम आपसे… कृपया बैठ जाइए, यह इस तरह न दिखाएं, इस तरह न दिखाएं, जो भी गंभीर हैं. हम इस पर आपसे बात कर लेंगे. (शोर हो रहा है) जी हां, आपसे बात करेंगे.
मुलायम सिंह : यह कोई मामूली बात नहीं है.
स्पीकर : जी हां, यह कोई मामूली बात नहीं है. इस तरह अ़खबार न दिखाएं, अपना स्थान ग्रहण करें, इस पर बात करेंगे. बैठ जाइए-बैठ जाइए… (दो-तीन बार कहती हैं)
(शोर फिर से शुरू)
स्पीकर : कृपया बैठ जाइए, माननीय प्रधानमंत्री जी कुछ कहना चाह रहे हैं, प्रधानमंत्री जी कुछ कहना चाह रहे हैं., सुषमा जी स्थान ग्रहण कीजिए.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बोलते हैं, लेकिन उनकी आवाज़ नहीं आती है.
बाकी लोग कहते हैं कि आवाज़ नहीं आ रही है. सुनाई नहीं दे रहा है…
(शोरगुल हो रहा है)
स्पीकर : प्रश्नकाल, जी हां इसको हम शून्य प्रहर में उठा लेगे., सबसे पहले उठा लेंगे.
(शोर- सबसे पहले… सभी के हाथों में चौथी दुनिया की प्रति है)
स्पीकर : कृपया अ़खबार न दिखाइए. इस तरह अ़खबार न दिखाइए. अ़खबार नीचे रख लीजिए.
मुलायम सिंह अ़खबार लेकर बोले जा रहे हैं कि रिपोर्ट कैसे लीक हुई, हमें बताया जाना चाहिए.
स्पीकर : मुलायम सिंह जी, आप एक मिनट में अपनी बात कह लेंगे. एक मिनट में अपनी बात कह लीजिए, अ़खबार नीचे रखिए.
मुलायम सिंह : हम चाहते हैं कि वह इसे न बताएं, प्रधानमंत्री जी यहां आकर बता देंगे, हम बैठ जाएंगे.
स्पीकर : क्या चीज़?
मुलायम सिंह : रंगनाथ मिश्र आयोग की रिपोर्ट जुलाई में पेश हुई, 2007 में. दो साल से छिपा रही है सरकार. और आज अ़खबारों में लाखों में आ गया. अब तक लोकसभा में पेश नहीं हुई. तो यह कोई मामूली बात है अध्यक्षा जी? नहीं.  एक हो, दो हो, रोजाना यही हो रहा है. लिब्रहान का इसी तरह हुआ. आखिर क्यों नहीं बहस कराई दो साल तक. यह मैं पूछना चाहता हूं. प्रधानमंत्री जी बैठे हैं, मुझे खुशी है.
पीछे से आवाज़ आती है-कब पेश होगी? और इस पर चर्चा कब कराएंगे? चर्चा अभी हो, पेश करें, तारी़ख बताएं. प्रधानमंत्री जी बताएं कब चर्चा कराएंगे?
स्पीकर : अभी इसकी नोटिस नहीं है. अभी आपने यह बात कह ली. इसके बाद में जो भी उचित होगा..
मुलायम सिंह बात काटते हैं- अभी प्रधानमंत्री… यह
ठीक नहीं है.
स्पीकर : अभी तुरंत-तुरंत ऐसे कह देंगे, अचानक में बात हो गई है. बैठ जाइए. आप स्थान ग्रहण कर लीजिए. अपना स्थान ग्रहण कर लीजिए, ठीक है आपने अपनी बात कह ली.
फिर शोर मचता है-आश्वासन मिलना चाहिए, प्रधानमंत्री जी आश्वासन दें.
स्पीकर: ठीक है आपने अपनी बात कह ली, अब प्रश्नकाल चलाएं.
मुलायम सिंह सहित बाक़ी लोग शोर कर रहे हैं- आश्वासन मिलना चाहिए. अध्यक्षा जी, ऐसी मनमानी मत कीजिए.
स्पीकर : सबने आपकी बात सुन ली, तुरंत इस चीज पर सरकार की तऱफ से प्रतिक्रिया नहीं आ सकती. स्थान ग्रहण कीजिए.
मुलायम सिंह : यह ठीक नहीं है, हमें यहां से चलना पड़ेगा.. आप चाहती हैं अध्यक्षा जी, आप चाहती हैं, माने आप चाहती हैं कि हम इसके अंदर आएं. हम इसमें अंदर नहीं आना चाहते, मजबूर करेंगे तो आएंगे..
स्पीकर : ठीक है, आप इसमें नोटिस दे देते.
मुलायम सिंह : हमें बता दीजिए, कब पेश करेंगे इतना ही.
स्पीकर- तुरंत कैसे बता सकते हैं? आपने बता दिया है, उन्होंने (प्रधानमंत्री जी) सुन लिया है.
मुलायम सिंह : आप बात सुनना ही नहीं चाहतीं.
स्पीकर : आप इस तरह से अ़खबार लहराइए मत, लहराइए मत…
मुलायम सिंह : मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि यह रिपोर्ट जब ज़ाहिर हो गई है तो कब पेश करेंगे सदन में?
(शोर में सुनाई पड़ता है कि समय निश्चित करके बतलाइए…)
स्पीकर: उन्होंने सुन लिया है.
मुलायम सिंह : आप बताने नहीं देना चाहतीं. यह क्या बात हुई? हम चेयर के लिए ऐसा कुछ कहना नहीं चाहते.
स्पीकर : क्या नहीं कहना चाहते?
मुलायम सिंह : आप संरक्षण दे रहे हैं?
स्पीकर : नहीं, हम संरक्षण नहीं दे रहे हैं. हमने तो आपको बुलवाया है. अब आप हर चीज में कहेंगे कि तुरंत रिएक्ट करें तो हम कैसे करें? (बात काटते हुए) आपने नोटिस नहीं दिया था मुलायम सिंह जी, मुलायम सिंह जी…
मुलायम सिंह : रिपोर्ट कब पेश करेंगे?
स्पीकर : अब यह नोटिस नहीं आई थी मेरे पास, आपने कहा यह गंभीर है, हमने आपको बोलने दिया.
मुलायम सिंह : प्रधानमंत्री ने दो बार खड़े होने का प्रयास किया, लेकिन आपने नहीं माना. यह क्या तरीक़ा है?
स्पीकर : कब?
मुलायम सिंह : आपसे मदद चाहिए मुझे, आप संरक्षण हमें दें.
स्पीकर : आपको हमने इसलिए बोलने दिया, अब आराम से बैठ जाइए और प्रश्नकाल चलने दीजिए.
(पीछे से आवाज़ आती है कि सरकार आश्वासन दे, आश्वासन दे… सब चिल्लाते हैं कि सरकार कोई आश्वासन दे)
क्वेश्चन नंबर 281…
स्पीकर : आप क्यों खड़े हो गए वासुदेव आचार्य जी, आप बैठ जाइए. यस ऑनरेबल मिनिस्टर्स, योर्स फर्स्ट सप्लीमेंटरी प्लीज…..देखिए हमने कई द़फा कहा है कि बैठ जाइए. सभी को चुप कराते हुए स्पीकर कहती हैं कि प्रधानमंत्री जी कुछ कह रहे हैं, कृपया शांत हो जाइए, शांत हो जाइए, प्रधानमंत्री जी कुछ कह रहे हैं.
मनमोहन सिंह : Madam, the honourable Mulayam Singh ji and other friends raised this issue. We had no notice but I take note of their sentiments and we will place the report before the house, before the end of the present session. (मैडम, सम्मानीय मुलायम सिंह जी और दूसरे मित्रों ने यह मुद्दा उठाया है. हमें इसकी कोई सूचना नहीं थी, लेकिन मैंने उनकी भावनाओं का संज्ञान लिया और हम चालू सत्र की समाप्ति के पहले इसे सदन के पटल पर रखेंगे.)

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