दिल्ली में बुराड़ी स्थित एक पार्क में एक खतरनाक तेंदुआ घूम रहा है. यह तेंदुआ 200 किलोमीटर दूर हरियाणा के कलेसर राष्ट्रीय पार्क से यहां घुस आया है. यमुना नदी के किनारे से होते हुए दिल्ली में तेंदुए के घुसने की खबर से लोग सकते में हैं. दरअसल, तेंदुए नदी के किनारे को गलियारे की तरह उपयोग में लाते हैं.
सोमवार देर रात को यमुना बायोडायवर्सिटी पार्क के वनकर्मी निरीक्षण कर रहे थे. तभी टीम के वाहन के आगे आकर एक तेंदुआ बैठ गया. यह नर तेंदुआ करीब तीन साल का है और शारीरिक रूप से स्वस्थ है. पार्क के इंचार्ज डॉ. फैयाज कुदसर ने बताया कि पार्क के दूसरे फेज में एक हफ्ते से बिल्ली की प्रजाति के एक जानवर के पैरों के निशान मिल रहे थे. इसके बाद प्लास्टर ऑफ पेरिस की सहायता से पग मार्क लिए गए. इससे यह तय हो गया कि यह तेंदुआ ही है. सोमवार को तेंदुआ दिख जाने के बाद पार्क व उसके आस-पास के इलाकों मेें गश्त बढ़ा दी गई. उन्होंने बताया कि 25 लोगों की टीम दिन-रात तेंदुए की निगरानी कर रही है. उसकी गतिविधि पर नजर रखी जा रही है.
फिलहाल तेंदुआ बंगाली कॉलोनी के पास पार्क के जंगल में करीब दौ वर्ग मीटर के दायरे में विचरण कर रहा है. इस इलाके में तेंदुए के लिए पर्याप्त भोजन उपलब्ध है. पार्क के इंचार्ज डॉ. कुदसर ने बताया कि पार्क में नील गाय, जंगली सूअर, जंगली खरगोश, सेही एवं अन्य जानवर पाए जाते हैं. डॉ. कुदसर ने बताया कि तेंदुए का यहां रहना भोजन की उपलब्धता पर निर्भर करेगा. हम यह देख रहे हैं कि यहां उसके लिए कितना भोजन उपलब्ध है? उसी के अनुसार अगली योजना बनाई जाएगी. अंधाधुंध तस्करी और शिकार से वन्य प्राणियों की संख्या कम होती जा रही है, जिससे इनके विलुप्त होने तक का खतरा छा गया है. डॉ. कुदसर ने बताया कि 30-35 साल के बाद दिल्ली में तेंदुआ दिखा है.