भोपाल। प्रदेश में होने वाले उपचुनाव के दौरान प्रशासनिक जमावट भी जरूरी है। इसी जरूरत के मद्देनजर एक बदलाव किया गया। जाहिर तौर पर मुख्यमंत्री के ओएसडी ने इस्तीफा दे दिया है, लेकिन पद से हटकर वे चुनाव के दौरान बड़ी भूमिका निभाने वाले हैं। इसकी शुरुआत संभवतः सीएम शिवराज के पहले दौरे के साथ ही हो जायेगी।
मुख्यमंत्री के विश्वास पात्र आईएएस अधिकारी और उनके ओएसडी के तौर पर काम कर रहे आनंद शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लागू होने के साथ ही हुए इस इस्तीफे को तत्काल प्रभाव से स्वीकार भी कर लिया है। सूत्रों का कहना है कि शर्मा का इस्तीफा एक खास रणनीति के तहत लिया गया है। बताया जाता है कि पद पर रहते हुए शर्मा मुख्यमंत्री के चुनावी कार्यक्रमों में उनके साथ नहीं रह सकते थे। जबकि सीएम को कई मुकाम पर उनके साथ और सहयोग की जरूरत महसूस हो रही थी। पद से इस्तीफा देने के बाद अब शर्मा सरकारी बंधनों और पाबंदियों से आजाद हैं और वे बिना किसी आपत्ति या रोकटोक के सीएम शिवराज के साथ उनके चुनावी दौरों और प्रचार कार्यक्रमों में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश में उप चुनाव तारीखों का ऐलान होने के बाद सीएम शिवराज के पहले दौरे से ही रिटायर्ड आईएएस आनंद शर्मा उनके साथ मौजूद रहने वाले हैं।
पहले भी हो चुका है ऐसा
जानकारी के मुताबिक इससे पहले भी मुख्यमंत्री के ओएसडी के पद पर कार्य कर रहे आईएएस अधिकारी अरुण भट्ट से भी तरह इस्तीफा दिलवाकर उनकी सेवाएं सीएम के चुनावी कार्यक्रमों में ली गईं थीं। गोरतलब है कि आनंद शर्मा अपने सेवाकाल में राजगढ़ और विदिशा जिलों में कलेक्टर रह चुके हैं। उनकी वरिष्ठता और अधिकारियों से संबंध इस उप चुनाव में उपयोग करने की सरकार की मंशा बताई जाती है।
यहां होना है उप चुनाव
प्रदेश की एक लोकसभा और तीन विधानसभा में अक्टूबर माह में उप चुनाव होना है। इसमें खंडवा लोकसभा और रैगांव, जोबट और पृथ्वीपुर विधानसभा के चुनाव शामिल हैं। एक दिन पहले निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के मुताबिक इन चारों जगह 30 अक्टूबर को मतदान होगा। इसके लिए 11 अक्टूबर को नामांकन,
13 अक्टूबर को नाम वापसी होगी। जबकि 2 नवंबर को मतगणना होगी।