भोपाल। प्रदेश के पूर्व मंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता रहे लक्ष्मीकांत शर्मा का मंगलवार सुबह अंतिम संस्कार किया गया। राजकीय सम्मान के साथ उन्हें उनके पैतृक गांव सिरोंज में पंचतत्व में विलीन किया गया। ष्टशह्म्शठ्ठड्ड से जंग लड़ते हुए सोमवार को उनका निधन हो गया था।
पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा का पार्थिव शरीर एक सुसज्जित वहां में उनकी फोटो और फूल मालाओं के साथ सिरोंज पहुंची। उनके समर्थकों, रिश्तेदारों और ग्रामीणजनो ने बड़ी तादाद में पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके अंतिम संस्कार से पहले उन्हें पुलिस की खास टुकड़ी ने बिगुल और हवाई फायर के साथ गार्ड ऑफ ऑनर दिया। जिसके बाद उनका रीति रिवाज के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
गौरतलब है कि सिरोंज में एक शिक्षक के रूप में सर्वमान्य शर्मा ने जब राजनीति में कदम रखा तो भाजपा में उनका बहुत अच्छा सम्मान रहा। लगातार कई जीत के साथ वे कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रहे। लेकिन व्यापम मामले में उनका नाम आने के बाद से उनकी छवि धूमिल हुई और इसके बाद वे राजनीतिक परिदृश्य से गायब होने लगे। पिछली विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उनकी बजाय उनके भाई उमाकांत शर्मा को टिकट दिया था। बीच बीच में लक्ष्मीकांत शर्मा के भोपाल आने पर सियासी कवायदें बढऩे लगती थीं लेकिन उनकी सक्रियता दोबारा नहीं हो पाई।