जैसे ही पाकिस्तानी कोर्ट ने कुलभूषण जाधव को मौत कि सजा सुनाई। मुंबई में मुजूद उनका परिवार सन्न रह गया, कुलभूषण का पूरा परिवार पत्नी पत्नी, मां बेटा शुभांकर और बेटी भैरवी मुंबई छुट्ठी मनाने आये थे। इसी बीच ये खबर आ गई, बताया जा रहा है कि फांसी की खबर सुनकर जाधव का परिवार मुंबई छोड़ किसी अज्ञात स्थान पर चला गया है।
कुलभूषण को बचाने के लिए मुहीम चलाने वाले उनके दोस्तों के मुताबिक़, पूरा जाधव परिवार उस वक़्त मुंबई में था जब ये फैसला आया। सारे लोग मुंबई के पोवै इलाके के सिल्वर ओक अपार्टमेंट के फ्लैट में ठहरे हुए थे। यह फ्लैट जाधव परिवार का ही है। जब येही, पर अचानक पूरा परिवार किसी को कुछ बताये मुंबई छोड़ किसी अज्ञात स्थान पर रवाना हुई। अब तक उनके परिवार से सरकार कि तरफ किसी तरह का कोई संपर्क नहीं साधा गया है। परिवार काफी घबराया हुआ है उनकी सरकार से बस यही मांग है कि कुलभूषण सही सलामत उनके पास आ जाएँ।
वहीँ दूसरी तरफ कुलभूषण को बचाने के लिए मुहीम चलाने वाले उनके दोस्तों के मुताबिक़ वो पिछले एक साल से अपनी तरफ से कोशिश कर रहे हैं। कुलभूषण कि साल 2016 गिरफ्तारी के बाद से ही उनके दोस्तों ने उन्हें वापस लाने के लिए ‘कुलभूषण को वापस लाओ’ अभियान चला रहे हैं।
कुसलभूषण के बचपन के दोस्त तुलसीदास पवार से जब पुछा गया तो उनका कहना है , ‘हमें अंदेशा था कि पाकिस्तान पर भरोसा नहीं करना चाहिए वो कुलभूषण का हाल भी सरबजीत जैसा ही करेगा। आज सरकार हमारी मदद करे हमारा दोस्त आज मुश्किल में और चाह कर भी हम उसकी मदद नहीं कर सकते। जो उसपर आरोप उस पर लगे हैं वो सरासर गलत है।पाकिस्तानी जेल में बंद कुलभूषण को फांसी कि सजा सुनाई गयी है। जाधव पर भारतीय जासूस होने का आरोप है
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