मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के 13 वर्षों के शासनकाल के बाद केजरीवाल की पहली सभा ने भाजपा की चूलें हिला दी हैं. वहीं कांग्रेस भी यह सोचने को मजबूर है कि यदि समय रहते गुटबाजी से हटकर पार्टी हित में काम नहीं करेंगे, तो अस्तित्व बचाना भी मुश्किल होगा. भले ही अन्य पार्टियों के दावों के अनुसार, अरविन्द की सभा में भारी-भरकम भीड़ इकट्ठी नहीं हो सकी, लेकिन यह भाड़े की भीड़ नहीं थी.
भोपाल में लोग आप पार्टी के मुखिया केजरीवाल के भाषणों को सुनने के लिए आए थे. केजरीवाल ने सभा के दौरान अपने अंदाज में प्रधानमंत्री से लेकर मध्यप्रदेश सरकार तक को जमकर घेरा. सभा में मौजूद भीड़ इस बात का संकेत है कि राज्य में जड़ें जमाने के लिए आप ने अपने कदम मजबूती से बढ़ा दिए हैं. मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार में घोटालों, फर्जीवाड़ों और कुपोषण के नाम पर जो खेल चल रहा है, अगर उस पर विराम नहीं लगा, तो 2018 के चुनाव में भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.
भाजपा के सत्ताधीश अपनी पीठ स्वयं थपथपाने में लगे हैं. यही कारण है कि चंद दिनों में ही आम आदमी पार्टी के नेताओं ने अपनी सक्रियता से प्रदेश में जड़ें जमा लीं. आप की बढ़ती सक्रियता भाजपा के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकती है. भाजपा ने प्रदेश में कांग्रेस को नेस्तनाबूद करने में कोई कसर नहीं बचा रखी थी, लेकिन ऐसा लगता है कि आप की सक्रियता यह कारनामा जरूर कर दिखाएगी.
केजरीवाल ने सभा के दौरान कहा कि मैं पूरे देश में नोटबंदी को लेकर आमलोगों को जागरूक करने के प्रयास में जुटा हूं, यह रैली भी उसी की एक कड़ी है. अभी मध्यप्रदेश में हमारा फोकस संगठन पर है, यूथ स्तर पर संगठन को खड़ा करना है. लगे हाथ उन्होंने प्रदेश के भाजपा और कांग्रेस नेताओं को यह चेतावनी भी दे डाली कि इस रैली के बाद हम फ्रंट पर काम करेंग.
हम सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. आम आदमी पार्टी में चुनाव पार्टी नहीं, बल्कि जनता लड़ती है. मध्यप्रदेश में भी आने वाले दिनों में हम ऐसी स्थिति पैदा कर देंगे. अरविन्द केजरीवाल ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि हम मध्यप्रदेश से बिजली खरीदकर दिल्ली के लोगों को सस्ती बिजली देते हैं.
मध्यप्रदेश में 200 यूनिट बिजली जलाने पर 1200 रुपए बिजली बिल भरना होता है, जबकि दिल्ली में इसके लिए मात्र 400 रुपए देने पड़ते हैं. यह बयान इस बात के संकेत हैं कि आनेवाले दिनों में अब आप के नेता मध्यप्रदेश में बिजली और पानी को मुद्दा बनाएंगे.
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता राज्य में व्याप्त तमाम अव्यवस्थाओं को लेकर जनता के बीच जाएंगे और प्रदेशभर में जन आंदोलन चलाने का प्रयास करेंगे. भोपाल प्रवास के दौरान केजरीवाल की रणनीति से साफ जाहिर होता है कि आगामी दिनों में केजरीवाल भाजपा और कांग्रेस के नेताओं को पटकनी देने की पूरी कोशिश करेंगे.
एक बात तो जरूर है कि इस सभा ने भाजपा के हवाबाज नेताओं को यह मैसेज जरूर दिया है कि केवल योजनाओं का ढिंढोरा पीटने से जनता को ज्यादा दिन तक भ्रम में नहीं रखा जा सकता है. सभा की सफलता ने आप कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा भर दी है.
राहुल के बयान पर ली चुटकी
केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कुछ दिन पहले कहा था कि उनके पास ऐसे दस्तावेज हैं, जिनसे भूचाल आ जाएगा, लेकिन कुछ ही दिनों बाद उन्होंने मोदी से मुलाकात की.
इस मुलाकात पर केजरीवाल ने चुटकी ली और कहा कि मोदी ने राहुल गांधी को वाड्रा की फाइल दिखा दी और वे चुप हो गए. मोदी ने घोषणा कर दी कि राजनीतिक दलों के चंदे की जांच नहीं होगी, लेकिन हम कहते हैं कि राजनीतिक दलों को मिल रहे चंदों की जांच जरूर होनी चाहिए. तेज धूप में केजरीवाल को सुनने के लिए तीन घंटे तक लोग मैदान में बैठे रहे. उनकेआने के पहले शहनाज हिंदुस्तानी ने क्रांतिकारी, देशभक्ति गीतों व तुकबंदी से लोगों को बांधे रखा.
असली किसान पुत्र शिवराज नहीं, केजरीवाल-अग्रवालआप के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल ने आरोप लगाया कि मप्र में 11 साल का सुशासन मनाया गया, जबकि यहां जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है. व्यापम घोटाले में सरकार फंसी है. जनता को महंगे दर पर बिजली दी जा रही है.
उन्होंने कहा कि असली किसान पुत्र शिवराज नहीं, बल्कि केजरीवाल हैं. उन्होंने किसानों को मुआवजे के रूप में 20 हजार रुपए प्रति एकड़ राशि दिलाई है. उनके बाद आप यूथ विंग की सचिव वंदना सिंह ने भी रैली को संबोधित किया.
परिवर्तन रैली में आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा और कांग्रेस दोनों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि दोनों ही पार्टियां मिली-जुली हैं. येे मिलकर पांच-पांच साल लोगों को लूटती हैं.
उन्होंने सभा में बैठे लोगों से सवाल किया कि मैं मध्यप्रदेश की जनता से पूछना चाहता हूं कि क्या यहां भ्रष्टाचार कम हो गया है. 2000 का नया नोट निकालने से आप भला भ्रष्टाचार कैसे बंद करेंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मकसद भ्रष्टाचार को खत्म करना नहीं था. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि मोदीजी की नीयत भी खराब है और नीति भी. किसानों और गरीबों का लोन माफ नहीं किया जाता है, वहीं अमीरों का लोन माफ कर दिया जाता है.
छोला दशहरा मैदान में आयोजित परिवर्तन रैली में महिलाओं, किसानों, व्यापारियों और मजदूरों ने सीएम अरविंद केजरीवाल का सम्मान किया. मध्यप्रदेश में आप के संयोजक आलोक अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पिछले 11 साल में सिर्फ भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है. यह कुशासन की सरकार है.
उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियां अपने फायदे के लिए देश में दंगा फैलाने में भी संकोच नहीं करती हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी देश की जनता को लूटते हैं और बची-खुची कसर सीएम शिवराज सिंह चौहान पूरी कर देते हैं. 2018 में हम लूट की सरकार को उखाड़ फेकेंगे.