जेएनयू के एक छात्र ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय के एक अध्ययन कक्ष में छत के पंखे से फंदे से लटक कर कथित रूप से आत्महत्या कर ली। यह जानकारी पुलिस ने दी। पुलिस ने बताया कि एमए द्वितीय वर्ष के छात्र रिषि जोशुआ ने फांसी के फंदे पर लटकने से पहले एक कथित सुसाइड नोट अंग्रेजी के अपने प्रोफेसर को ईमेल किया। पुलिस ने उस नोट की जानकारी साझा नहीं की।
पुलिस को घटना के बारे में माही मांडवी छात्रावास के वार्डन द्वारा पूर्वाह्न साढ़े ग्यारह बजे सूचित किया गया। जोशुआ उक्त छात्रावास में रहता था। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिम) देवेंद्र आर्य ने कहा, ”फोन कॉल करने वाले माही मांडवी छात्रावास के प्रभारी से सम्पर्क करने के बाद पुलिस विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लैंग्वेजेज पहुंची।”
अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने पाया कि पुस्तकालय कक्ष के बेसमेंट में कक्ष भीतर से बंद था और दरवाजा खटखटाने पर कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने कहा, ”हमने खिड़की से देखा कि छत के पंखे से एक शव लटक रहा है। दरवाजे को जबर्दस्ती खोला गया और केबल काटकर शव को नीचे उतारा गया।” उन्होंने कहा कि पुलिस की अपराध शाखा की एक टीम मौके पर पहुंची और जरूरी जांच की गई। आर्य ने बताया कि शव को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया है। मृतक छात्र के रिश्तेदारों को सूचित कर दिया गया है और जोशुआ के रिश्तेदार मैथ्यू वर्गीज विश्वविद्यालय पहुंच गए हैं।
डीसीपी ने कहा, ”प्रारंभिक जांच के अनुसार जोशुआ का कुछ इलाज चल रहा था। उसने एक सुसाइड नोट अंग्रेजी के एक प्रोफेसर को मेल किया। प्रारंभिक जांच के अनुसार इसमें किसी तरह के किसी षड्यंत्र का संदेह नहीं है। आगे की जांच जारी है।” जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय ने एक बयान में ”एमए के छात्र के विश्वविद्यालय की एक शैक्षणिक इमारत में असमय मृत्यु पर गहरी संवेदना जतायी। इसमें कहा गया, ”उसके अभिभावकों को दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में सूचित कर दिया गया है।”