जब से रिलांइस जीयो आया तब से ही इसने टेलीकॉम इंडस्टरी में अपनी एक अलग ही पहचान बना ली है और सबसे ज्यादा जो लोगो को आकर्षित करता है वो है इसके ऑफर्स और इसी वजह से इसके ग्राहक लगतार बढ़ते ही जा रहे है. अगर इसी तरह जीयो के ग्राहकों की संख्या में व्रिद्धी होती रही तो रिलांइस जीयो जल्द ही भारत की सबसे बढ़ी टेलीकॉम कंपनी बन जाएगी.
अगर आंकड़ों की बात करे तो आपको बता दें कि सितंबर 2018 की तीसरी तिमाही के दौरान कंपनी के साथ 3.7 करोड़ यूजर्स जुड़े हैं. वहीं, इससे पहले की तिमाही में कंपनी के साथ 2.87 करोड़ यूजर्स जुड़े थे. अगर जियो इसी गति से आगे बढ़ता रहा तो यह कंपनी देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया प्राइवेट लिमिटेड को भी पीछे छोड़ सकती है.
जियो का यूजरबेस
बता दें कि रिलायंस जियो की एंट्री के 25 महीने बाद कंपनी के साथ 25 करोड़ से ज्यादा यूजर्स जुड़े हैं और अब जियो का यूजर बेस 25.23 करोड़ हो गया है. ये आंकडें 30 सितंबर 2018 तक के हैं. सितंबर 2018 की तीसरी तिमाही के दौरान कंपनी के साथ 3.7 करोड़ यूजर्स जुड़े हैं. वहीं, इससे पहले की तिमाही में कंपनी के साथ 2.87 करोड़ यूजर्स जुड़े थे. मार्केट में कंपनी की एंट्री के बाद से किसी भी तिमाही में जुड़ने वाले ये सबसे ज्यादा ग्राहक हैं.
विशेषज्ञों की राय
कोटेक इंस्टीट्यूशनल इक्यूविटी रिसर्च के विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर जियो ने ग्राहकों को अपने साथ जोड़ने की यह गति जारी रखी तो वह 2018 के आखिरी तक देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी बनकर उभर सकती है. वहीं, विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि पिछली तिमाही में जियो का कुल रेवन्यू एयरटेल के वायरलेस रेवन्यू को पार कर गया था. विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि जियो अपने सब्सक्राइबर बेस बढ़ाने पर फोकस कर रहा है. लेकिन आधार आधारित e-KYC पर लगा बैन इस पर प्रभाव डाल सकता है.