रांची. झारखंड राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स में एक बड़ा घाेटाला सामने आया है। रिम्स के अफसराें ने बाजार में 4 लाख में मिलने वाली एडवांस डेंटल चेयर 54.10 लाख में ताे 40-45 लाख की माेबाइल वैन 1.95 कराेड़ रुपए में खरीदी। करीब 200 प्रकार की अन्य मशीनें भी बाजार दर से तीन-चार से लेकर 10 गुना अधिक कीमत पर खरीदी गई हैं।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से निदेशक फाइनेंस (NHM) की अध्यक्षता में गठित जांच कमेटी की रिपाेर्ट में यह खुलासा हुआ है। कमेटी ने बुधवार काे स्वास्थ्य सचिव काे यह रिपाेर्ट साैंपी है। रिपाेर्ट में कहा गया है कि टेंडर मैनेज करने के लिए षड्यंत्र किया गया। फर्जी कागजाताें का सहारा लिया गया। इसमें रिम्स के तकनीकी ओर परचेज कमेटी के सदस्याें की मिलीभगत हाे सकती है। क्याेंकि अधिकतर उपकरण बाजार दर से अधिक कीमत हाेने के बावजूद मेसर्स श्रीनाथ इंजीनियरिंग से खरीदे गए।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से गठित की गई जांच कमेटी ने इस घाेटाले की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराने की अनुशंसा की है। जांच कमेटी में अवर सचिव सुधीर कुमार वर्मा, अवर सचिव नंद किशोर मिश्र, उपनिदेशक डॉ. विजय नाथ खन्ना और निवर्तमान स्वास्थ्य उप सचिव अखौरी शशांक सिन्हा शामिल हैं।
कमेटी ने पाया कि बिना तत्काल जरूरत के 60 डेंटल चेयर खरीदी गईं। इसी तरह अारवीजी, पैनारोमिक एक्स-रे, ओरल एक्सरे, बोन प्लानटिंग भी खरीदे गए। जाे डेंटल माेबाइल वैन खरीदी गई, वह टैम्पाे ट्रैवलर गाड़ी है। इसका फैब्रिकेशन कर दाे डेंटल चेयर लगाई गई।
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