लोकसभा चुनाव के ठीक पहले जदयू इस वर्ष चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाएगा। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि जदयू को मजबूत करने के लिए पार्टी हर राज्यों में उम्मीदवार उतारेगी। विभिन्न राज्यों में पार्टी के विस्तार के अपने कार्यक्रम के तहत जदयू चुनाव लड़ेगा और अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों को चिह्नित कर चुनिंदा सीटों पर प्रत्याशी उतारेगा।
पार्टी किसी अन्य दल से तालमेल के बिना अपने बूते ये चुनाव लड़ेगी। सिंह ने कहा कि जरूरत पड़ने पर पार्टी गठबंधन भी कर सकती है। इससे पहले जदयू इस साल नगालैंड और कर्नाटक विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी उतार चुका है। बिहार के बाहर नगालैंड ही ऐसा राज्य है जहां फिलहाल पार्टी का एक विधायक है और वह सरकार में कृषि मंत्री है। राष्ट्रीय महासचिव आफाक अहमद के मुताबिक, राजस्थान में बासवाड़ा मध्य प्रदेश में झभुआ एवं रतलाम जैसे इलाके और छत्तीसगढ़ में झारखंड से सटे हुए क्षेत्रों में जदयू का प्रभाव है।
नीतीश कुमार बासवाड़ा में सभा को संबोधित कर चुके हैं। ऐसे प्रभाव वाले इलाकों को ध्यान में रखकर पार्टी प्रत्याशी उतारने की तैयारी कर रही है। राजस्थान में दौलतराम पसिया, मध्य प्रदेश में सूरज जायसवाल और छत्तीसगढ़ में मासी मणि तिवारी को संयोजक बनाया गया है। मिजोरम में पार्टी के राष्ट्रीय सचिव संजय वर्मा को सदस्यता अभियान का संयोजन बनाया गया है। पार्टी ने इन चार राज्यों के लिए राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों को प्रभारी के रूप में नियुक्त भी किया है।