जयललिता की मौत के सदमे से तमिलनाडु अभी तक बाहर नहीं निकल सका है, इस बीच खबर है कि जयललिता की भतीजी दीपा जयकुमार अचानक ही कहीं लापता हो गई हैं. अमृता ने बताया कि सोमवार से दीपा का कोई अता-पता नहीं है. उन्होंने कहा, मैं और दीपा बेहद करीब हैं.
दीपा की शशिकला पर टिप्पणी के बाद हमने मिलने का फैसला किया. दीपा ने इस मामले पर बात करने के लिए मुझे अपने घर चेन्नई बुलाया था. सोमवार को जब मैं चेन्नई गई, तो वहां दीपा नहीं मिलीं. उनका घर बंद था और घरेलू सहायिका भी नहीं थी. मोबाइल भी बंद पड़ा है. अमृता का कहना है, मैं दीपा के शशिकला के खिलाफ दिए साहसी बयान के बाद डरी हुई हूं. मैं दुआ करती हूं कि वह सुरक्षित हो. दीपा जयललिता के भाई जयकुमार की बेटी हैं.
गौरतलब है कि दीपा ने हाल ही में शशिकला पर एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कह था कि जयललिता की संपत्ति शशिकला और उनके समर्थकों द्वारा हड़पी जा रही है. दीपा नहीं चाहती है कि पार्टी की बागडोर शशिकला की हाथों में जाए. दीपा खुलकर इस बात को कह चुकी हैं कि वे शशिकला को पसंद नहीं करती हैं.
जयललिता की मौत के बाद जब एआईएडीएमके नेताओं ने शशिकला को ही पार्टी का नेतृत्व करने का अनुरोध किया, तो दीपा ने इसका विरोध किया था. दीपा का कहना था कि शशिकला को पार्टी की कमान सौंपने से लोग नाराज हो सकते हैं. दीपा ने इस कदम को न सिर्फ बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया था, बल्कि खुद भी राजनीति में आने की तरफ इशारा किया था.
क्या दीपा राजनीति में कदम रखेंगी, इसके सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर उन्हें अवसर मिलता है तो राजनीति का रुख करने में कुछ गलत नहीं है. उन्होंने कहा था कि लोकतंत्र में इसे जनता पर छोड़ देना सबसे बेहतर है. पार्टी को उसे सुनना और भविष्य के बारे में सोचना चाहिए.
दीपा ने इस बात से भी इनकार किया था कि जयललिता निधन से पहले शशिकला या किसी और को पार्टी का उत्तराधिकारी बनाकर गई हैं. दीपा ने कहा था कि उनकी बुआ उन लोगों को राजनीति से बाहर रखना पसंद करतीं, मैं इनसाइडर थी. उन्हें शशिकला पर बहुत संदेह था. मेरी बुआ के पीछे उन्होंने बहुत कुछ किया और उन्हें कुछ नहीं बताया.